माननीय कृषि मंत्री ने बताया कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम किसानो को वैज्ञानिको से जोड़ रहे हैं हमारे वैज्ञानिक प्रयोगशाला से निकलकर गाँव में किसानों के बीच में जा रहे हैं और साथ में अब खेतों में किसानों के साथ बढ़कर उनकी समस्या के समाधान के लिए जी जान एक कर देंगे | माननीय कृषि मंत्री ने कहा, “मुझे ख़ुशी हुई कि चम्पारण का मर्चा चूड़ा की सुगंध अद्भुत है| इसके उत्पादन के लिए बड़े स्तर पर हमारे वैज्ञानिक अनुसन्धान करेंगे | उन्होंने कहा कि बिहार में मक्का का उत्पादन तेज़ी से बढ़ रहा और मक्के के दाम भी अच्छे मिल रहे हैं| यह सब प्रधानमंत्री जी की नीति का परिणाम है कि मक्का का उपयोग अभी एथेनोल बनाने में भी हो रहा है | उन्होंने यह भी बताया कि बिहार की लीची का नाम लेते ही मुँह में पानी आ जाता है लेकिन किसानों ने बताया कि लीची 48 घंटे में ख़राब हो जाती है इसलिए कम दाम पर बेचना पड़ता है | मैंने वैज्ञानिकों को कहा है कि लीची अधिक समय तक ख़राब न हो साथ ही आई ए एफ फंड का उपयोग कर कोल्ड स्टोरेज बनाया जाए, जिससे किसानों को लीची रखने की सुविधा मिल सके | चंपारण के किसानों से वार्तालाप के दौरान यह पता चला कि शिमला मिर्च की खेती कर छह लाख रुपये तक मुनाफ़ा कमाया जा सकता है| चंपारण की बतौर उनके शब्दों में “मेरा परम सौभाग्य है की आज मुझे इस पवित्र भूमि चम्पारण पर आने का अवसर प्राप्त हुआ है | यह वही ऐतिहासिक भूमि है जहाँ राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने किसानों पर हो रहे अत्याचारों से उन्हें बचाया था”।
इस अवसर पर मोतिहारी सांसद सह पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह जी ने भी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह अभियान किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। उन्होंने क्षेत्र के किसानों से अपील की कि वे इस अभियान का भरपूर लाभ उठाएं और आधुनिक कृषि नवाचारों को अपनाकर अपनी आय को दोगुना करें। कार्यक्रम में जिले के 8000 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया और विभिन्न तकनीकी सत्रों के माध्यम से वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों से परामर्श प्राप्त किया। कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र , पिपराकोठी एवं अन्य संबद्ध संस्थानों के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में किसानों को प्रदर्शनी, प्रशिक्षण, तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई। यह अभियान आने वाले दिनों में और भी गांवों तक पहुंचेगा, ताकि कृषि को आर्थिक समृद्धि का आधार बनाते हुए देश के विकास को गति दी जा सके। इस कार्यक्रम को माननीय जल शक्ति मंत्री,भारत सरकार श्री राज भूषण चौधरी, ,माननीय गन्ना उद्योग मंत्री, बिहार सरकार श्री कृष्णनंदन पासवान, माननीय कुलपति, डॉ .राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, डॉ पुन्यब्रत सुबिमलेंदु पाण्डेय, स्थानीय विधायक गण, निदेशक अटारी डॉ. अंजनी कुमार, सचिव कृषि विभाग,बिहार सरकार, श्री संजय कुमार अग्रवाल, अन्य पदाधिकारियों ने शोभायमान किया।

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