सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर जरूरतमंदों की मदद का सेवा कार्य जारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 24 जून 2025

सीहोर : कुबेरेश्वरधाम पर जरूरतमंदों की मदद का सेवा कार्य जारी

  • अगर हम समर्थ हैं तो ऐसे काम करें, जिनकी वजह से लोग की अज्ञानता दूर हो जाए : अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा

Kubereshwar-dham-sehore
सीहोर। जो लोग निरक्षर हैं, उनके जीवन में कई तरह की समस्याएं आती हैं। इसलिए ऐसे लोगों को शिक्षित करने में मदद करनी चाहिए, जो शिक्षित नहीं हैं। लोग पढ़-लिख लेते हैं तो उन्हें हर जगह मान-सम्मान मिलता है। अगर हम समर्थ हैं तो ऐसे काम करें, जिनकी वजह से लोग की अज्ञानता दूर हो जाए। अंधकार कोई पदार्थ नहीं होता अंधकार प्रकाश का अभाव रहता है और जब प्रकाश आता है तो अंधकार दूर हो जाता है। भगवान शिव की भक्ति करों और जीवन में सहयोग की भावना प्रबल करों उक्त विचार जिला मुख्यालय स्थित कुबेरेश्वरधाम में जारी जरूरतमंदों की सेवा कार्य के क्रम को आगे बढ़ते हुए अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंगलवार को यहां पर मौजूद जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा सामग्री का वितरण किया। धाम पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को विठलेश सेवा समिति के द्वारा निशुल्क रूप से भोजन, पेयजल सहित अन्य की व्यवस्था की जाती है। इसके अलावा अन्य सेवा के कार्य भी नियमित रूप से चलते है। मंगलवार को बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को पंडित श्री मिश्रा ने शिक्षा सामग्री प्रदान की और अपने संदेश में कहाकि शिक्षा दान सबसे बड़ा दान है। हमें जरूरतमंदों को शिक्षा में सहयोग करने के लिए हर संभव सहयोग करना चाहिए।

 

अगर सुख-शांति पाना चाहते हैं तो अच्छी सोच, अच्छी भावना

मंगलवार को सुबह पंडित श्री मिश्रा ने भोजन शाला में प्रसादी का वितरण भी किया और सुबह ग्यारह बजे अपने प्रवचन के दौरान कहाकि जो लोग दूसरों के लिए गलत सोचते हैं, जलन की भावना रखते हैं और दूसरों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं, उन लोगों को कभी भी सुख-शांति नहीं मिल पाती है। अगर सुख-शांति पाना चाहते हैं तो अच्छी सोच, अच्छी भावना और अच्छे विचार, ये तीन बातें हमारे लिए बहुत जरूरी हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: