प्रो झा ने मिथिलावासियों , मधुबनिवासियों एवं बिस्फी वासियों का कर्तव्य बनता है कि बुद्धिहीन , मूर्ख विधायक को पूछना चाहिए कि मिथिला को अपमान करने का अधिकार आपको किसने दिया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन के प्रदेश महासचिव प्रियरंजन पाण्डेय ने विधायक का निंदा करते हुए कहा कि जबतक विधायक द्वारा मिथिलावासियों से अपने निन्दनीय बयान के लिए माफी नहीं मांगे तबतक हमलोग बिस्फी सहित जिला में महापंचायत का आयोजन कर हरिभूषण ठाकुर का पोल खोलते रहेंगे उन्होंने कहा उन्हें मिथिला के इतिहास का कोई ज्ञान नहीं है उन्हें अविलंब माफी मांगना चाहिए। कार्यक्रम में मिथिलांचल सर्वांगीण संस्थान के अध्यक्ष अमर नाथ झ भोलन , विद्यापति स्मारक समिति के अध्यक्ष चंदेश जी , बिस्फी के उप प्रमुख मो इशरायल ,बुद्धिजीवी विशुनदेव यादव , मुखिया बशिष्ठ नारायण झा, मिथिला मैथिली अभियानी जटाधार पासवान , जसवंत झा, मिथिला अभियानी मनोज झा , पूर्व मुखिया ललन कुमार झा , हंस कुमार ठाकुर , विश्वनाथ यादव , निर्भय कांत चौधरी , रौशन , अंकित आजाद , सुनील सहनी, रुदल यादव , बिमल यादव ,अशोक यादव , छात्र नेता राघवेन्द्र रमन , अरुण यादव , सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया।मिथिला के प्रसिध्द गायक राजनीति रंजन मिश्र के आधा दर्जन कलाकारों ने गायन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन छात्र नेता विजय श्री टुन्ना ने किया इस महापंचायत में बिस्फी के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया ।
मधुबनी (रजनीश के झा)। आज दिनांक 16 जून को विश्व प्रसिद्ध महाकवि विद्यापति डीह बिस्फी के प्रांगण में मिथिला अस्मिता बचाओ महापंचायत दो के अध्यक्षता बिस्फी के पूर्व उप प्रमुख भोला यादव के अध्यक्षता में किया गया। महापंचायत में बिस्फी के बड़बोले विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मिथिलाराज्य मांग करने वाले लोगों एवं मिथिला मैथिली करने वाले संस्थाओं पर मुस्लिम राज स्थापित का आरोप लगाने के विरोध में अमर्यादित एवं निन्दनीय बयान का उपस्थित वक्ताओं ने घोर निंदा किया गया । मिथिला मैथिली के अग्रणी संस्था मैथिल समाज रहिका के महासचिव प्रो शीतलांबर झा ने महापंचायत में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने आठ करोड़ मिथिलावासियों को अपने बयान से अपमान किया है उन्होंने कहा मिथिला तो आदिकाल में देश था जिनका राजा जनक थे और उन्होंने ही हल चलाए तो आदिशक्ति माता जगज्जननी सीता जी का प्राकट्य हुआ था , मिथिला के भगिना बुद्धि ज्ञान के देवता गणेश , कार्तिक , लव कुश , एवं हनुमान जी के साथ साथ राजा सलहेस , वीर लोरिक , दीनाभद्री , अयाची , मंडन , कालिदास , ज्योतिश्वर ठाकर , बाबा विद्यापति का भी अपमानित किया है ।

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