पटना : जनता खुश होने के बदले नाराज होने लगे हैं - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 5 जून 2025

पटना : जनता खुश होने के बदले नाराज होने लगे हैं

Nitish-kumar
पटना, (आलोक कुमार). बिहार में 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव है. महागठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला है.बिहार में डबल इंजन की सरकार है.बिहार में नीतीश कुमार और केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है.बिहार में नीतीश कुमार ने आयोग और बोर्ड में मनपसंद लोगों को मनोनीत करना शुरू कर दिया है.वहीं केंद्र सरकार पैकेज देने की घोषणा करने लगे हैं. मगर इससे जनता खुश होने के बदले नाराज होने लगे हैं. अभी नीतीश सरकार ने बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग का पुनर्गठन किया गया है.विभागीय अधिसूचना के मुताबिक गुलाम रसूल बलियावी (पटना) को आयोग का अध्यक्ष, लखबिंदर सिंह उपाध्यक्ष ,मौलाना उमर नूरानी उपाध्यक्ष, मुकेश कुमार जैन सदस्य, श्रीमती अफरोजा खातून सदस्य, अशरफ अली अंसारी सदस्य, मो० शमशाद आलम उर्फ मो० शमशाद सांई सदस्य, श्री तुफैल अहमद खान (कादरी) सदस्य, श्री शिशिर कुमार दास,सदस्य, श्री राजेश कुमार जैन सदस्य और श्री अजफर शमशी सदस्य मनोनीत किये गये है.इस बार भी किसी ईसाई समुदाय को आयोग में मनोनीत नहीं किया  गया है.इसको लेकर ईसाई समुदाय में खासा नाराजगी है.


जानकार लोगों का कहना है कि अंतिम बार ईसाई प्रतिनिधि के रूप में वर्ष 2015 में एम्ब्रोस पैट्रिक को उपाध्यक्ष बनाया गया.उक्त अधिसूचनानुसार संख्या 1069, दिनांक 05.08.2015 द्वारा आयोग का अगले कार्यकाल के लिए गठन किया गया.मोहम्मद सलाम अध्यक्ष बनाये गये तथा एम्ब्रोस पैट्रिक एवं डॉक्टर कप्तान दिलीप कुमार सिन्हा उपाध्यक्ष मनोनीत हुए.सदस्य के रूप में कुलवंत सिंह सलूजा, मोहम्मद अब्दुल्लाह,अहमद अली तमन्ने मनोनित किए गये. सरकार के निर्देश पर मोहम्मद सलाम अध्यक्ष तथा एम्ब्रोस पैट्रिक एंव डॉक्टर कैप्टन दिलीप कुमार सिन्हा उपाध्यक्ष तथा तीनों सदस्यों ने दिनांक 17-05-2017 को त्यागपत्र दे दिया.इसके बाद से आयोग के पुनर्गठन में ईसाई समुदाय के किसी शख्स को आयोग में प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं दिया गया.


बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साल, भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष राजन क्लेमेंट साह,जनसुराज के संस्थापक सदस्य गोडेन अंतोनी ठाकुर,अल्पसंख्यक विभाग की सचिव इंग्रिड डिसूजा आदि श्रेष्ठ ईसाई नेता हैं,जो देशहित और पार्टीहित में शानदार सेवा कर रहे हैं. मालूम हो कि बिहार सरकार के द्वारा पंजीकृत क्रिश्चियन वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव ए.ए.ओस्ता को 1993-94 में पहली बार राज्य अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य के रूप में मनोनीत किए गए थे.इसके बाद आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में पहली बार फादर बेनी एक्का को मनोनीत किया गया.वे 21-08-1998 से 20-08-2001 तक उपाध्यक्ष पद पर रहे.इसी तरह फादर पीटर अरोकियास्वामी 05-08- 2006 से 04-08-2009 तक रहे.पद्मश्री सुधा वर्गीस 07-08-2012 से 06-06-2015 तक रहे.एम्ब्रोस पैट्रिक 07-08-2015 से 17-06-2016 तक रहे.केवल आठ माह ही उपाध्यक्ष पद पर रहे.उसके बाद सरकार ने ईसाई समुदाय को हाशिए पर धकेल दिया है.

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