रोमन कैथोलिक चर्च के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण आया जब अमेरिकी कार्डिनल रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को 8 मई 2025 को चर्च का 267 वां पोप चुना गया. उन्होंने पोप लियो चौदहवें नाम धारण किया और इस प्रकार वे संयुक्त राज्य अमेरिका से चुने जाने वाले पहले पोप बन गए. उन्होंने पोप फ्रांसिस का स्थान लिया, जिनका निधन 21 अप्रैल 2025 को हुआ था.इस घोषणा के साथ ही जब सेंट पीटर्स स्क्वायर में सफेद धुआं उठा और नई पोप की पहली झलक वेटिकन की बालकनी से मिली, तो हजारों की भीड़ उल्लास और आशा से झूम उठी. एक नए पोप का चुनाव विश्व स्तर पर धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण घटना होता है.इस बार दुनिया ने देखा जब कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट, जो पोप फ्रांसिस के करीबी और उदारवादी माने जाते हैं, को ऐसे समय में चर्च का नेतृत्व करने के लिए चुना गया जब भीतर मतभेद और वैश्विक अनिश्चितता दोनों ही सामने हैं. 8 मई 2025 को उनका चुनाव पोप फ्रांसिस के 21 अप्रैल 2025 को निधन के बाद हुआ, जिससे विश्वभर के 1.4 अरब कैथोलिकों के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत हुई. नाम-पोप लियो चौदहवें (पूर्व में कार्डिनल रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट,) चुने जाने की तिथि 8 मई 2025, देश संयुक्त राज्य अमेरिका, पोप क्रमांक 267वें पोप, उत्तराधिकारी पोप फ्रांसिस (निधन 21 अप्रैल 2025)
पृष्ठभूमि और जीवन यात्रा
अमेरिका में जन्मे प्रीवोस्ट, अपने शांत और सौम्य स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने पेरू में मिशनरी कार्य किया और सामाजिक न्याय जैसे विषयों पर पोप फ्रांसिस की सोच के करीब रहे। पोप बनने से पहले वह रोमन कूरिया (वेटिकन की प्रशासनिक इकाई) के सदस्य और बिशप रह चुके थे।
पोप चुनाव (कॉन्क्लेव)
स्थानः सिस्टिन चैपल, वेटिकन सिटी आरंभ 7 मई 2025 भागीदारी 133 कार्डिनल मतदाता, 70 देशों से थे. अब तक का सबसे अंतरराष्ट्रीय कॉन्क्लेव
परिणामः दो दिनों में चयन, पूर्व पोप्स जैसे फ्रांसिस (2013 5 मत) और बेनेडिक्ट सोलहवें (2005 4 मत) की तरह सफेद धुआँ और घंटियों की ध्वनि ने नए पोप की घोषणा का संकेत दिया. ऐतिहासिक प्रथम अमेरिका से पहला पोप.
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