मधुबनी 14 जुलाई (रजनीश के झा)। जिलाधिकारी आनंद शर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक वर्चुअल माध्यम आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों एवं सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि जून माह तक सामान्य वर्षापात के आलोक में लगभग 58 प्रतिशत वर्षापात कम हुई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मधुबनी जिला में अल्पवृष्टि के कारण धान की रोपनी लगभग 10% हुई है। 162548 हेक्टेयर लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक मात्र 16748 हेक्टेयर में ही रोपनी हुई है। उन्होंने कहा कि अल्प वृष्टि इसी प्रकार जारी रहा तो सुखाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। जिला अधिकारी ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग बिहार पटना के द्वारा जारी सुखाड़ आपदा प्रबंधन के मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 11सदस्यीय जिला टास्क फोर्स का गठन किया गया है।जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि संभावित सुखाड़ को देखते हुए खरीफ फसल के लिए आकस्मिक योजना अविलंब तैयार कर ले। उन्होंने कहा कि पशु चारा को भी आकस्मिक योजना में शामिल करें। उन्होंने जिला पशुपालन अधिकारी को निर्देश दिया कि पशुओं के लिए पानी और चारे की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें जल स्रोतों की पहचान एवं जल संग्रहण के लिए व्यवस्था कर लें। जिलाधिकारी ने कहा कि कनीय अभियंता, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक की टीम बनाकर संयुक्त रूप से जांच कराई जा रही है की किस नहर में पानी है या नहीं है, अगर पानी है तो कितने क्षेत्र में सिंचाई हो रही है, अगर पानी नहीं है तो किस कारण से है नहीं है, नहर से अत्यधिक क्षेत्र रकबा में सिंचाई हो सके इसके लिए क्या-क्या उपाय हो सकता है, नहरों के अंतिम छोर तक पानी कैसे पहुंचाया जाय। उन्होंने बैठक में शामिल सभी10 नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचे , इसे हर हाल में सुनिश्चित करे।उन्होंने निर्देश दिया कि बंद पड़े नलकुपो को शीघ्र मरम्मति कर चालू करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि विद्युत अभियंता एवं नलकूप के अभियंता आपस में समन्वय कर विद्युत दोष से बंद पड़े नलकूपों को अविलंब चालू करवाना सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई को निर्देश दिया कि सिंचाई हेतु अधिष्ठापित सभी ट्यूबवेल को अविलंब यांत्रिक दोष के निवारण हेतु आवश्यक मरम्मती करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए सुदूर खेतों तक तेजी के साथ विद्युत संबद्धता प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। जिले में जिन इच्छुक किसानों के खेतों में बिजली का खंबा उपलब्ध है, वहां शत प्रतिशत इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द विद्युत संबद्धता प्रदान करे,साथ ही साथ ही उन्होंने जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कालाबाजारी की शिकायत नही मिलनी चाहिए। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उर्वरक की बिक्री पर सतत निगरानी रखते हुए कृषि समन्वयक किसान सलाहकार की उपस्थिति में उर्वरक का वितरण उचित मूल्य पर करना सुनिश्चित करें साथ ही भ्रमणशील रहकर उर्वरक का निर्धारित मूल्य पर बिक्री एवं खुदरा उर्वरक प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण भी प्रतिदिन करना सुनिश्चित करे। आत्मा के समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य के विरुद्ध सत प्रतिशत उपलब्धि करना सुनिश्चित करें। उक्त बैठक मे जिला कृषि पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी सहित सभी संबधित अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।
सोमवार, 14 जुलाई 2025
मधुबनी : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन
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