- छह शाखाओं में मिलेगा प्रवेश, गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है कॉलेज
🔹 सिविल इंजीनियरिंग (CE) – 90 सीटें
🔹 मैकेनिकल इंजीनियरिंग (ME) – 60 सीटें
🔹 इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (EEE) – 60 सीटें
🔹 कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (CSE) – 60 सीटें
🔹 साइबर सिक्योरिटी – 60 सीटें
🔹 फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग – 30 सीटें
DCE दरभंगा राज्य के उन कुछ चुनिंदा संस्थानों में शामिल है जो परंपरागत और समकालीन दोनों तरह की तकनीकी शाखाओं में शिक्षा प्रदान कर रहा है। साइबर सिक्योरिटी और फायर एंड सेफ्टी जैसी नवीनतम शाखाएँ छात्रों को उद्योग के अनुसार तैयार करती हैं। कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्रों के लिए स्मार्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ, डिजिटल पुस्तकालय, इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन सेंटर, वर्ल्ड-क्लास लैंग्वेज लैब, टेक्निकल क्लब्स, कोडिंग स्पेस, खेलकूद परिसर, ई-लर्निंग संसाधन तथा प्लेसमेंट सपोर्ट सेल जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके अलावा, कॉलेज का मजबूत अलुमनी नेटवर्क छात्रों को करियर मार्गदर्शन और औद्योगिक संपर्क स्थापित करने में मदद करता है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप तिवारी ने कहा : "DCE दरभंगा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है। हमारा उद्देश्य केवल डिग्री देना नहीं, बल्कि छात्रों को भावनात्मक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से सक्षम बनाना है। हम छात्रों में नवाचार, अनुसंधान और अनुशासन को बढ़ावा देते हैं। इस वर्ष भी मेधा सूची के आधार पर बड़ी संख्या में मेधावी छात्रों ने हमारे संस्थान को प्राथमिकता दी है, जो हमारे शैक्षणिक और व्यवस्थागत उत्कृष्टता का प्रमाण है।"
मीडिया समन्वयक श्री विनायक झा, सहायक प्राध्यापक, ने जानकारी दी : "DCE के छात्रों ने बीते वर्षों में GATE, UPSC, CAT, और विदेशों की उच्च शिक्षण संस्थाओं में सफलता प्राप्त कर संस्थान का गौरव बढ़ाया है। साथ ही कई छात्र देश की प्रतिष्ठित कंपनियों में कार्यरत हैं। नवप्रवेशी छात्रों के स्वागत हेतु कॉलेज में ओरिएंटेशन कार्यक्रम की तैयारी चल रही है, जिसमें उन्हें कॉलेज की गतिविधियों, सुविधाओं और संभावनाओं से परिचित कराया जाएगा।" कॉलेज प्रशासन ने सभी नवप्रवेशी छात्रों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि DCE उनके सपनों को साकार करने का उपयुक्त मंच है।
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