- प्रति घंटे 10 सेंमी की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा जलस्तर, 62.28 मीटर पर पहुंचीं, घाटों की सीढ़ियां डूबीं, आरती स्थल पर मंडरा रहा खतरा, घाटों पर बढ़ी सतर्कता
जल पुलिस की सतर्क अपीलः न करें लापरवाही
जल पुलिस ने स्नानार्थियों और नाविकों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। नाविकों को हिदायतः क्षमता से आधे यात्रियों को ही नाव में बैठाएं, नाव के अगले हिस्से में किसी को न बैठाएं। स्नान करने वालों से अपीलः बच्चों का हाथ पकड़ कर स्नान करें, जलधारा में गहराई तक न जाएं। घाट किनारे दुकान लगाने वालों और निचले इलाकों के निवासियों से सतर्क रहने को कहा गया है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद घाट किनारे रहने वाले लोगों और नाविकों ने अपने सामानों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने घाटों और तटवर्ती इलाकों में एनडीआरएफ, जल पुलिस और नगर निगम की टीमों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है। जल पुलिस गंगा किनारे लगातार पेट्रोलिंग कर रही है और नाविकों से भीड़भाड़ न करने की अपील कर रही है।गंगा घाटों पर बढ़ी निगरानी
घाट किनारे रहने वालों से जल पुलिस ने कहा है कि वे समय रहते अपने सामान और परिवार को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। नाविकों से क्षमता से आधे यात्रियों को बैठाने का निर्देश दिया गया है। केंद्रीय जल आयोग की टीम गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर बनाए हुए है। प्रशासन का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है।
बाढ़ चौकियों का डीएम ने किया औचक निरीक्षण
बुधवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने आदमपुर वरुणापार जोन व प्राथमिक विद्यालय सरैंया में प्रस्तावित बाढ़ चौकियों का औचक निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ चौकियों पर समय से पीने के पानी, शौचालय, हाईजेनिक किचन, गैस कनेक्शन, टेंट, चिकित्सकीय सुविधा, विद्युत सुरक्षा, फॉगिंग और चूने के छिड़काव की व्यवस्था पूरी कर ली जाए। डीएम ने स्पष्ट किया कि बाढ़ आने पर यहां लगभग 30 से 35 परिवार, यानि करीब 250 से 300 लोग शरण लेते हैं। सभी के रहने, खाने और स्वास्थ्य की समुचित व्यवस्था रहे। भोजन मेन्यू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण और समय पर उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित किया जाए। डीएम ने विद्यालय में बच्चों से संवाद भी किया और चॉकलेट वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया। बच्चों ने गिनती और पहाड़ा सुनाकर जिलाधिकारी को प्रसन्न कर दिया। निरीक्षण के समय एडीएम एफआर वंदिता श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त सविता यादव, नायब तहसीलदार, जोनल अधिकारी, और संबंधित थानों के प्रभारी भी मौजूद रहे।एक नजर
गंगा का जलस्तर 36 घंटे में 2.63 मीटर बढ़ा।
दशाश्वमेध घाट की 15 सीढ़ियां जलमग्न, आरती स्थल पर खतरा।
जल पुलिस ने नाविकों व स्नानार्थियों को सतर्क रहने की अपील की।
घाटों और निचले इलाकों में जलधारा का दबाव बढ़ा।
जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकियों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।



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