मधुबनी : मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के विरोध और ट्रेड यूनियन की हड़ताल की बैठक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 7 जुलाई 2025

मधुबनी : मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के विरोध और ट्रेड यूनियन की हड़ताल की बैठक

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मधुबनी (रजनीश के झा)। मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के विरोध और ट्रेड यूनियन की हड़ताल को सफल बनाने के लिए सोमवार को पूर्व मंत्री सह नगर विधायक समीर कुमार महासेठ के मधुबनी स्थित आवास पर इंडिया गठबंधन समन्वय समिति मधुबनी का बैठक राजद जिला अध्यक्ष सह संयोजक बीर बहादुर राय के अध्यक्षता में एवं राजद जिला अध्यक्ष सह पूर्व विधायक रामाशीष यादव, राजकुमार यादव, भाकपा माले जिला सचिव ध्रुवनारायण कर्ण, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुबोध मंडल, पूर्व विधायक कृपानाथ पाठक, मनोज मिश्रा, डिप्टी मेयर अमानुल्लाह खान, सीपीआई जिला सचिव मिथिएश झा, एटक जिला सचिव सत्यनारायण राय, माकपा जिला सचिव मनोज यादव, दिलीप झा, सीटू नेता गणपति झा, वीआईपी जिला अध्यक्ष श्याम सुंदर सहनी, विष्णुदेव चौधरी, के उपस्थिति में हुई। समन्वय समिति मधुबनी ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा कि नोटबंदी के बाद अब सरकार बिहार में वोटबंदी की तैयारी कर रही है। चुनाव आयोग ने फरमान जारी किया है कि 2003 के बाद जिनका भी नाम वोटर लिस्ट में जुड़ा है उन्हें अपना और अपने माता पिता का जन्म और वास का कागज दिखलाना होगा। ऐसा तो कभी नहीं हुआ था।एक महीना का समय दिया गया है और जो लोग कागज नहीं जमा करेंगे उनका नाम वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा। देश के 10 ट्रेड यूनियन ने मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ 9 जुलाई, 2025 को राष्ट्रीय मजदूर हड़ताल का आह्वान किया हैं। मोदी सरकार ने दशकों से स्थापित 44 श्रम कानूनों का निषेध कर 4 लेबर कोड बनाने का फैसला किया है, जो श्रमिकों के अधिकारों पर कुठाराघात है। उसे वापस लेने की मांग के साथ राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों, उपक्रमों और संपत्तियों को बेचे जाने, मजदूरों की मजदूरी और मनरेगा मजदूरी बढ़ाने एवं यूनिवर्सल पेंशन व्यवस्था लाने को मुद्दा बनाया गया है।


इंडिया गठबंधन समन्वय समिति, बिहार की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि हाल में मतदाता पुनर्निरीक्षण के माध्यम से मोदी सरकार के इशारे पर साजिशन भारतीय चुनाव आयोग द्वारा बिहार के प्रवासी मजदूरों, गरीबों और आम मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटाने के हिटलरशाही कारर्वाई को भी उपरोक्त मुद्दों में शामिल कर मजदूर संगठनों के देशव्यापी हड़ताल को पूर्ण सक्रियता के साथ सड़क पर उतरकर समर्थन देने का निर्णय लिया गया है। एक दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल देश के मेहनतकश वर्ग की पीड़ा, मोदी सरकार द्वारा की जा रही लगातार अनदेखी और उनके अधिकारों के लगातार हो रहे हनन के विरुद्ध देश के मजदूरों किसानों की सामूहिक आवाज है।  यह हड़ताल न केवल मजदूरों और कर्मचारियों की लड़ाई है, बल्कि पूरे देश के मेहनतकश, किसान, छात्र, बेरोजगार युवाओं, छोटे दुकानदारों और आम जनता की आवाज है। हम सभी संगठनों, नागरिकों और लोकतंत्र प्रेमियों से अपील करते हैं कि वे 9 जुलाई की आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए आगे आएँ और एकजुटता प्रकट करें। बैठक में राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष फ़ुलहसन अंसारी, हनुमान राउत, पवन यादव, प्रदीप प्रभाकर, जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय, राजेंद्र यादव, संजय कुमार यादव,हेमंत सिंह, अमित यादव, सचिन चौधरी, ज़क्की अहमद पम्मू, कांग्रेस के प्रो.अकील अंजुम, मुनीन्द्र कुमार झा, प्रो.मीनू पाठक,वसीम अहमद, सुल्तान शम्सी,  गजनफर जलाल गगन, सहित अन्य उपस्थित थे।

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