- अर्धनारीश्वर स्वरूप में काशी विश्वनाथ....भक्त हुए निहाल, काशी विश्वनाथ धाम में लाखों शिवभक्तों ने किया जलार्पण, पुष्पवर्षा से स्वागत
अर्धनारीश्वर स्वरूप में श्रृंगार के बाद हुआ आरती
अर्धनारीश्वर स्वरूप से यह संकेत मिलते हैं कि पुरुष और स्त्री दोनों ही एक ही सिक्के के दो पहलु हैं. यह दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे हैं. सावन के तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अर्धनारीश्वर रूप में श्रृंगार के बाद उनकी आरती उतारी गई. इस दौरान पूरा मंदिर घंटा, डमरू और शंख की आवाज से गूंजता रहा. इसके साथ ही हर-हर महादेव के जयघोष भी सुनाई दिए.
हर सोमवार को होता है अलग श्रृंगार
बता दें कि सावन के इस महीने में पांच सोमवार हैं. पांचों सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अलग-अलग स्वरूप में श्रृंगार हो रहा है. इसी क्रम में तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ भक्तों को अर्धनारीश्वर रूप में दर्शन दिया.
श्रद्धालु बोले, बाबा के दर्शन मिल जाएं, यही सबसे बड़ी कृपा
सामान्य कतारों से बाबा के जलार्पण के लिए पहुंचे श्रद्धालु भावविभोर दिखे। किसी ने परिवार के मंगल की कामना की तो कोई अपने रोगों से मुक्ति की प्रार्थना करता दिखा। श्रद्धालुओं ने बताया कि व्यवस्था बेहद अनुशासित रही और प्रशासन की ओर से हर स्तर पर सहयोग मिला।
पुलिस-प्रशासन मुस्तैद, ड्रोन से मॉनिटरिंग
श्रद्धालुओं की रिकॉर्डतोड़ भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखा। कांवड़ियों और अन्य श्रद्धालुओं के लिए लाइन मैनेजमेंट, पेयजल, चिकित्सा, साफ-सफाई, छाया और सुरक्षा जैसे सभी बिंदुओं पर प्रशासन की टीम लगातार निगरानी कर रही है। मुख्य मार्गों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। हर रूट पर लाउडस्पीकर से माइकिंग, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, और सेवा शिविरों के माध्यम से लगातार श्रद्धालुओं की सहायता की जा रही है।
संयम और धैर्य बनाए रखें श्रद्धालु
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से शांतिपूर्वक कतारबद्ध होकर बाबा के दर्शन करने की अपील की है। साथ ही अनुरोध किया गया है कि कोई भी श्रद्धालु धक्का-मुक्की न करें और शिवभक्ति में विनम्रता बनाए रखें।


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