- स्वच्छता सामूहिक भावना है : डॉ नरेंद्र विश्नोई

नई दिल्ली। स्वच्छता हमारे व्यक्तित्व का भी आईना है जिसमें हमारे संस्कारों की छवि दिखाई पड़ती है। दिल्ली विश्वविद्यालय में स्वच्छता अब केवल एक नारा या आदेश न होकर सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और सह शैक्षणिक साथियों का सामूहिक भाव बन गया है। राष्ट्रीय सेवा योजना जैसे स्वैच्छिक संगठनों का संकल्प है कि अपने विशाल परिसर को स्वच्छ और हरा भरा बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर सक्रियता बढ़ाएंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ नरेंद्र विश्नोई ने हरित परिसर स्वच्छ परिसर विषयक पोस्टर प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि आने वाले छात्रसंघ चुनावों में भी स्वच्छता का यह अभियान जारी रखना प्रत्येक विद्यार्थी का संकल्प है। दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हिन्दू महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में किया गया। हिन्दू महाविद्यालय के सेमीनार हॉल में विश्वविद्यालय के अनेक महाविद्यालयों से आए विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए डॉ विश्नोई ने इस सत्र में आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी दी।
प्रतियोगिता में दौलतराम कालेज की वाणी राजोरा प्रथम, ज़ाकिर हुसैन कालेज के रौनक चावला द्वितीय और दौलतराम कालेज की हितैषी बंसल तृतीय रहे। विजेताओं को क्रमशः 2500, 1500 और 1000 रुपये का पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र दिए गए। इससे पहले हिन्दू महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लव ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारतीय वांग्मय में कहा गया है कि स्वच्छता में ही ईश्वर का निवास होता है और विद्यार्थी के लिए सबसे पहले स्वच्छता आवश्यक है। इस अवसर पर हिन्दू महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की वार्षिक पत्रिका 'अर्पण' का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम का संयोजन निशांत सिंह ने किया और अंत में छात्रा उपाध्यक्ष नेहा ने आभार व्यक्त किया।
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