मुंबई : अशनीर ग्रोवर ने भी माना अर्बाज़ का मास्टरमाइंड अंदाज़ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शनिवार, 20 सितंबर 2025

मुंबई : अशनीर ग्रोवर ने भी माना अर्बाज़ का मास्टरमाइंड अंदाज़

  • राइज़ एंड फॉल में अर्बाज़ की बादशाहत हुई पक्की

Arbaz-patel
मुंबई (अनिल बेदाग) : रियलिटी टीवी के मैदान में, जहाँ हर पल नई चालें, रिश्तों की उलझन और सर्वाइवल की जंग देखने को मिलती है, वहाँ एक नाम सबकी नज़रों में छा गया है—अर्बाज़ पटेल। शो राइज़ एंड फॉल की शुरुआत से ही उनकी पैनी सोच, दमदार रणनीतियाँ और खेल पर पकड़ ने उन्हें शो का निर्विवाद मास्टरमाइंड बना दिया है। अर्बाज़ की ताक़त का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके प्रतिद्वंद्वी और आलोचक भी अब उनकी प्रतिभा को खुलकर स्वीकारने लगे हैं। जिस मंच पर भरोसा क्षणभर में टूट जाता है और गठबंधन पलभर में बिखर जाते हैं, वहाँ सबका किसी एक पर सहमत होना दुर्लभ है। मगर राइज़ एंड फॉल में सभी मान चुके हैं कि बिना अर्बाज़ के यह खेल अधूरा है।


इस धारणा को और मजबूती दी है शो को बाहर से देख रहे अशनीर ग्रोवर ने। अपनी बेबाक राय के लिए मशहूर अशनीर ने कहा “अर्बाज़ खेल में सिर्फ हिस्सा नहीं ले रहे, बल्कि वही खेल हैं। उनकी दूरदर्शिता, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता उन्हें दूसरों से अलग करती है। जहाँ बाकी खिलाड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं, अर्बाज़ पूरा खेल दिशा दे रहे हैं।” सोशल मीडिया पर भी फैंस की राय कुछ ऐसी ही है—अर्बाज़ शो की असली धड़कन बन चुके हैं। उनकी लोकप्रियता सिर्फ दिमागी खेल तक सीमित नहीं है; दबाव की घड़ी में उनका धैर्य, मुश्किलों को मौके में बदलने का हुनर और नेतृत्व का जज़्बा ही उन्हें भीड़ से अलग करता है। जैसे-जैसे राइज़ एंड फॉल फाइनल फेज़ में पहुँच रहा है, तस्वीर साफ़ है अर्बाज़ पटेल शो के दिमाग, रीढ़ और आत्मा बन चुके हैं। और जब अशनीर ग्रोवर जैसे सख़्त समीक्षक भी उनकी बादशाहत को स्वीकार करें, तो यह खिताब सिर्फ एक उपाधि नहीं, बल्कि उनकी यात्रा की दास्तान बन जाता है।

कोई टिप्पणी नहीं: