- बिहार में पहल को मिल रही है जबरदस्त प्रतिक्रिया, निवेशकों की भागीदारी में बढ़ोतरी
द वेल्थ कंपनी की फाउंडर सीए मधु लुनावत, देश की पहली महिला, जिन्हें एसेट मैनेजमेंट कंपनी स्थापित करने का श्रेय जाता है, ने कहा, "एमएफ दीदी महिलाओं के लिए असली अवसर बनाने की पहल है, ताकि वे अपनी संपत्ति और स्वतंत्रता दोनों को बढ़ा सकें। इसका उद्देश्य पटना की महिलाओं की ताकत को पहचानकर भारत की अर्थव्यवस्था को पाँच ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक ले जाना है और यह सुनिश्चित करना है कि देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाएँ अपना सम्मानजनक और बराबरी का हिस्सा हासिल करें।" स्थानीय स्तर पर भी इस पहल को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। मुजफ्फरपुर (बिहार) की एक प्रतिभागी, कीर्ति देवी ने कहा, "एमएफ दीदी के जरिए द वेल्थ कंपनी ने एक नया मानक तय किया है। डिस्ट्रीब्यूशन की 'लास्ट-माइल गैप' को भरकर यह मॉडल बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में वित्तीय समावेशन की तस्वीर बदलने की ताकत रखता है।" स्मार्ट कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड से पटना के सीनियर डिस्ट्रीब्यूटर, गणेश राज ने कहा, "एमएफ दीदी दूरदर्शी पहल है। यह प्रोग्राम छोटे शहरों तक म्यूचुअल फंड्स की पहुँच बढ़ाने के साथ-साथ महिलाओं को सम्मानजनक आर्थिक अवसर भी प्रदान करेगा। इस साहसिक और सामाजिक दृष्टिकोण के लिए द वेल्थ कंपनी बधाई की पात्र है।"
द वेल्थ कंपनी, पटना के लोकेशन हेड, श्री राजीव ओझा ने कहा , "महिलाओं का वित्तीय सशक्तिकरण न सिर्फ परिवारों को मजबूत बनाता है, बल्कि पूरे राज्य में वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा देता है। एमएफ दीदी महिलाओं के लिए स्थायी अवसर तैयार करेगी, जिससे वे वित्तीय इकोसिस्टम का हिस्सा बन सकें।" पटना में हुआ यह कार्यक्रम, देशभर में चल रहे एमएफ दीदी रोडशो की सफलता पर आधारित है। बिहार के डिस्ट्रीब्यूटर्स और प्रतिभागियों से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया ने द वेल्थ कंपनी को इस पहल को और आगे बढ़ाने का भरोसा दिया है। कंपनी का लक्ष्य है कि महिलाओं को वित्तीय डिस्ट्रीब्यूशन में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए प्रेरित और समर्थ बनाया जाए।

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