मधुबनी : हिंदी हमारी संस्कृति और पहचान की धड़कन है। : मुकेश रंजन झा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 14 सितंबर 2025

मधुबनी : हिंदी हमारी संस्कृति और पहचान की धड़कन है। : मुकेश रंजन झा

  • अपर समाहर्ता सहित वरीय अधिकारियों एवं साहित्यकारों ने दीप प्रज्वलित कर किया उद्घाटन 
  • साहित्यकार दयानंद झा व प्रो. राम दयाल यादव हुए सम्मानित

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मधुबनी, 14 सितम्बर (रजनीश के झा)। डीआरडीए सभागार मधुबनी में हिन्दी दिवस 2025 धूमधाम से मनाया गया।  अपर समाहर्ता मुकेश रंजन सहित वरीय अधिकारियों एवं साहित्यकारों ने दीप प्रज्वलित कर किया कार्यक्रम उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि अपर समाहर्ता मुकेश रंजन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दी हमारी एकता, संस्कृति और स्वाभिमान की भाषा है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मियों से आह्वान किया कि शासन-प्रशासन के कार्यों में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग हो ताकि जनता तक सीधा और प्रभावी संवाद स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि “ *हिंदी हमारी संस्कृति और पहचान की धड़कन है* ।


साहित्यकारों का हुआ सम्मान

इस अवसर पर जिले के दो प्रख्यात साहित्यकारों – दयानंद झा एवं प्रोफेसर राम दयाल यादव – को हिन्दी साहित्य और समाज में उनके विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अपर समाहर्ता ने उन्हें प्रशस्ति-पत्र और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया।


कार्यक्रम में गूंजा हिन्दी का संदेश

साहित्यकारों,अधिकारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भी हिन्दी भाषा के महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मंच संचालन गरिमामय ढंग से हुआ और अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।उक्त अवसर पर निर्देशक डीआरडीए, एसडीसी आलोक कुमार,नसीम निशांत एवं काफी संख्या में जिले के साहित्यकार,शिक्षकगण आदि उपस्थित थे।

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