मौसम की खराबी के कारण देर से शुरू हुए मुकाबले में एक बार फिर टीम इंडिया ने अपना परचम लहराया.शुरुआती बढ़त को बरकरार रखते हुए जीत हासिल की.पहले क्वार्टर से ही वर्ल्ड रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज भारतीय महिला हॉकी टीम ने प्रतिद्वंदी टीम पर अपना दबदबा कायम किया.भारत ने इस क्वार्टर में पांच पेनल्टी कॉर्नर अपने नाम किए.दूसरे मिनट में वैष्णवी विट्ठल फाल्के ने पीसी को गोल में तब्दील किया, लेकिन इसके बाद भारत एक भी मौके को भुनाने में सफल नहीं हो सका.क्वार्टर खत्म होने से पहले दक्षिण कोरिया ने पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, जिसे भारतीय गोलकीपर ने नाकाम कर दिया. दूसरा क्वार्टर गोल रहित रहा. दोनों टीमों ने आक्रामक प्रदर्शन किया और बढ़त बनाने के मौके भी हासिल किए, लेकिन भारत और दक्षिण कोरिया की टीम गोल करने में कामयाब नहीं हो सकीं.पहले हाफ की समाप्ति तक भारत ने 1-0 की बढ़त को बनाए रखा.
तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने अटैक करना जारी रखा और अपने डिफेंस को भी मजबूत बनाए रखने की पूरी कोशिश की. इस बीच 33वें मिनट में संगीता कुमार के फील्ड गोल के साथ भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया.लेकिन दक्षिण कोरिया ने एक मिनट बाद ही पलटवार किया.युजिन किम ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम का खाता खोला. भारत ने आक्रामक खेल के साथ एक और बढ़त बनाने का मौका बनाया. भारत के लिए लालरेमसियामी ने 40वें मिनट में फील्ड गोलकर स्कोर 3-1 कर दिया. इस गोल के साथ भारत ने मैच पर अपनी पकड़ को मजबूत कर लिया. चैथे और आखिरी क्वार्टर में भारत ने गेंद पर अपनी पकड़ बनाए रखी और गोल करने के लिए अटैक जारी रखा. वहीं, दक्षिण कोरिया ने दूसरे गोल के साथ मैच में वापसी की. युजिन ने 53वें मिनट में पीसी को गोल में बदला और 3-2 के स्कोर के साथ अंतर को कम किया.यह इस मैच में युजिन का दूसरा गोल था.इसके बाद भारत ने दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए.भारतीय टीम पहली पीसी को भुनाने में नाकाम रही, लेकिन क्वार्टर के खत्म होने से पहले दूसरी पीसी को रुतुजा दादासो पिसाल ने गोल में तब्दील कर भारत की जीत पक्की कर दी.

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