मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार के सबसे बड़े रेडियोथेरेपी सेंटर की स्थापना में अल्केम फाउंडेशन का योगदान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 17 सितंबर 2025

मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार के सबसे बड़े रेडियोथेरेपी सेंटर की स्थापना में अल्केम फाउंडेशन का योगदान

  • अल्केम फाउंडेशन ने इस आधुनिक रेडियोथेरेपी सेंटर में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस सेंटर में हर साल लगभग 3,500 से 4,000 कैंसर मरीजों का इलाज करने की क्षमता है

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मुजफ्फरपुर, सितंबर m, (रजनीश के झा) : अल्केम लेबोरेटरीज़ लिमिटेड (अल्केम) की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व इकाई, अल्केम फाउंडेशन, ने बिहार के मुजफ्फरपुर में सम्प्रदा सिंह मेमोरियल रेडियोथेरेपी सेंटर की स्थापना में 100 करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह रेडियोथेरेपी सेंटर उत्तर बिहार का सबसे बड़ा तथा पूरे राज्य का दूसरा सबसे बड़ा सेंटर है। यह सेंटर होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का हिस्सा है, जिसका उद्घाटन भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हाल ही में किया था। अल्केम के संस्थापक और चेयरमैन एमेरिटस, स्वर्गीय श्री सम्प्रदा सिंह को श्रद्धांजलि के रूप में स्थापित इस आधुनिक रेडियोथेरेपी सेंटर की स्थापना टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई (टीएमसी) के साथ साझेदारी में की गई है। यह साझेदारी अल्केम के स्वास्थ्य सेवा में सामाजिक योगदान की प्रतिबद्धता और टीएमसी के कैंसर देखभाल और रिसर्च के अनुभव को साथ लाती है।


तकनीकी दृष्टि से यह सेंटर बिहार की सबसे एडवांस रेडियोथेरेपी सुविधा है और पूरे पूर्वी भारत के शीर्ष तीन से चार केंद्रों में शामिल है। यहाँ लिनियर एक्सेलेरेटर्स (एलआईएनएसी), स्टीरियोटैक्सी, ऑर्गन मोशन मैनेजमेंट सिस्टम, सीटी सिम्युलेटर और इन-हाउस ब्रैकीथेरेपी जैसी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इस सेंटर में हर साल लगभग 3,500 से 4,000 कैंसर मरीजों का इलाज करने की क्षमता है। इसका उद्देश्य बिहार और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को घर के पास ही विश्व-स्तरीय उपचार उपलब्ध कराना है। अल्केम की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी कमेटी की चेयरपर्सन मधुरिमा सिंह ने कहा, "अल्केम की जड़ें बिहार से जुड़ी हैं, इसलिए हमारे लिए इस क्षेत्र के लिए योगदान देना बेहद महत्वपूर्ण है। हर साल कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में घर के पास विश्व-स्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध होना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है। यह सेंटर न केवल एडवांस कैंसर ट्रीटमेंट की सुविधा को मजबूत करेगा, बल्कि मरीजों के परिवारों को सहारा देने में भी मदद करेगा। टाटा मेमोरियल सेंटर के साथ हमारा सहयोग यह दर्शाता है कि हम लंबे समय तक असर डालने वाले टिकाऊ स्वास्थ्य समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"


होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉ. कुमार प्रभाष ने कहा, "अल्केम फाउंडेशन के साथ हमारी साझेदारी स्क्रीनिंग और पैलिएटिव केयर में वर्षों से चल रहे सहयोग पर आधारित है। इस सेंटर के साथ हम इस सहयोग को और आगे बढ़ा पाए हैं, ताकि बिहार और आसपास के राज्यों के मरीजों को संपूर्ण और संवेदनशील कैंसर देखभाल मिल सके। यह सेंटर भारत के इन हिस्सों में लंबे समय से चली आ रही कैंसर उपचार की कमी को पूरा करेगा। हमारा उद्देश्य है कि अस्पताल में मरीजों को नैतिक और किफायती, साक्ष्य-आधारित उपचार मिले, साथ ही हम एजुकेशन और रिसर्च पर भी विशेष ध्यान देंगे।" कैंसर से सम्बन्धित समग्र देखभाल कार्यक्रम के तहत अल्केम फाउंडेशन पहले से ही बिहार में सामुदायिक स्तर पर स्क्रीनिंग और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। साथ ही, टीएमसी के साथ मिलकर बिहार में शुरू किया गया होम-बेस्ड पैलिएटिव केयर मॉडल भी इसका हिस्सा है। अल्केम का प्रयास हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना और वंचित क्षेत्रों में गंभीर उपचार संबंधी कमियों को दूर करना है।

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