डीएलएफ रेखा सिंह ने सेमिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डीजी नम्रता ने साक्षरता के महत्व को रेखांकित करते हुए डिस्ट्रिक्ट 3250 के सभी रोटेरियनों से अपील की कि वे अपने ज़िले के सुदूर गाँवों के प्रत्येक व्यक्ति—विशेषकर महिलाओं—को साक्षर बनाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि रोटरी का परम उद्देश्य भारत को साक्षर बनाना है और यह प्रयास राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के उस दृष्टिकोण तथा राष्ट्रीय लक्ष्य – वर्ष 2030 तक पूर्ण साक्षरता की दिशा में एक ठोस कदम है। कोलकाता से आए पीडीजी अंशुमन बनर्जी ने डिजिटल साक्षरता एवं नई तकनीकों की शिक्षा में विशेष भूमिका पर अपने विचार रखे। राउरकेला से आए पीडीजी शशि ने प्रौढ़ शिक्षा के महत्व और उसके सरल उपायों को साझा किया। पीडीजी राकेश प्रसाद ने रोटरी लिटरेसी में सक्रिय भागीदारी पर प्रकाश डालते हुए रोटेरियनों से अपने अभियान को लगातार आगे बढ़ाने का आग्रह किया। एजी लिटरेसी प्रमोद दूबे ने डिस्ट्रिक्ट लिटरेसी प्रोजेक्ट्स जैसे योजना, संग्रहण एवं वितरण कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम का समापन पैनल डिस्कशन, प्रश्नोत्तर सत्र और सभी क्लबों से विचार-विमर्श के साथ हुआ। केरल पब्लिक स्कूल के इंटरैक्टर्स ने शिक्षा के महत्व को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस आयोजन को सफल बनाने में सेमिनार चेयर रोटेरियन श्वेता चांद का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने जमशेदपुर के सभी रोटरी क्लबों एवं चाईबासा रोटरी क्लब के सदस्यों के साथ मिलकर इसे संभव बनाया।
जमशेदपुर, 15 सितम्बर (रजनीश के झा)। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3250 का भव्य लिटरेसी सेमिनार जमशेदपुर के होटल रमाडा में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस सेमिनार का आयोजन जमशेदपुर के सभी रोटरी क्लबों एवं रोटरी क्लब ऑफ चाईबासा ने संयुक्त रूप से किया। सेमिनार की शुरुआत डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रोटेरियन नम्रता द्वारा मीटिंग कॉल टू ऑर्डर और रोटरी परंपरा के अनुसार राष्ट्रीय गान के साथ हुई। दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नम्रता, पीडीजी अंशुमन, पीडीजी शशि, पीडीजी राकेश, पीडीजी डॉ. आर. भरत, डीएलएफ रेखा सिंह तथा डिस्ट्रिक्ट 3250 के अधिकारियों ने। ज़ोन 5 एवं 6 के रीजनल डायरेक्टर रोटेरियन शरत चंद्रन ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।

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