- मौके पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन मौजूद, व्यापारियों से बांटा दुख
- डीएम, एसपी एवं फायर अधिकारी ने आग लगने के कारणों की जांच कराने की कही बात
चश्मदीद के रूप में दुकानदार सतीश ने बताया कि पटाखा मार्केट का रविवार सुबह नारियल फोड़कर और फीता काटकर का शुभारंभ किया गया था। लेकिन, सिर्फ 15 मिनट बाद ही हादसा हो गया। मार्केट से मात्र 200 मीटर दूर फायर स्टेशन होने के बावजूद दमकल की गाड़ियां करीब 20 मिनट बाद पहुंचीं। तब तक पूरा बाजार जल चुका था। कुछ समझ नहीं आया, हम लोग बस जान बचाकर भागे। बाइक और गल्ले में रखे पैसे, सब जल गए। एक महिला दुकानदार ने बताया कि उसने 8 लाख रुपए लगाकर दुकान खोली थी, लेकिन सब कुछ जल गया। जान बचाने के लिए पीछे के नाले में कूदना पड़ा। वहीं कुछ व्यापारियों ने बताया कि लाइसेंस के नाम पर 10-10 हजार रुपए लिए गए, लेकिन कुछ नहीं मिला। आग की सूचना के बाद लाइसेंस जारी किया गया। मार्केट में अग्निशमन के लिए एक छोटी गाड़ी ही उपलब्ध थी, लेकिन उसमें भी पानी नहीं था। अगर अग्निशमन की टीम समय से आती, तो हमारी दुकानें शायद बच गई होतीं। हमारा लाखों का नुकसान होने से बच जाता। इस मामले पर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच कराई जा रही है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वहीं एसपी अनूप कुमार सिंह ने बताया कि आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। सभी दुकानें जल चुकी हैं। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जिनकी दुकानें जली हैं उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। फायर ब्रिगेड के देर से पहुंचने की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी। गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक एवं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हेमलता पटेल ने प्रशासन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह घटना पूरी तरह लापरवाही का नतीजा है।

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