- जीविका कार्यकर्ताओं की नौकरी पक्की होगी, छोटे कर्ज होंगे माफ
उन्होंने कहा कि सामाजिक-आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट और भाजपा की सूची की तुलना कर लीजिए, साफ-साफ दिखता है कि भाजपा सामाजिक न्याय का गला घोट रही है. जबकि इस बार इंडिया गठबंधन 7 पार्टियों का गठबंधन है - पिछली बार से बड़ा और सामाजिक रूप से व्यापक है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव सामाजिक न्याय की लड़ाई है. विधानसभा से 65 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव पारित हो चुका था, लेकिन एनडीए ने उसे संसद से पारित नहीं होने दिया. नतीजा यह है कि आज भी आरक्षण 50 प्रतिशत पर अटका हुआ है और उसमें भी चोरी हो रही है. पुलिस की 1800 की बहाली में 16 प्रतिशत के हिसाब से दलित समुदाय का 288 पद होना चाहिए था, लेकिन केवल 210 पद ही निकाले गए - यानी 78 पदों की आरक्षण चोरी की गई. वोट चोर, आरक्षण चोर को इस बार गद्दी से उतार देना है. का. दीपंकर ने कहा कि एनडीए की उम्मीदवार सूची बताती है कि भाजपा को मुसलमानों का वोट नहीं चाहिए - 101 उम्मीदवारों में एक भी मुस्लिम नहीं है. उन्होंने कहा कि भाकपा(माले) ने 200 यूनिट मुफ्त बिजली और गरीबों को आवास के लिए जमीन की मांग लगातार उठाई है. नीतीश जी कहते थे, एक यूनिट बिजली फ्री नहीं देंगे. हमने कहा था कि गरीबों को जमीन दीजिए, तो बोले आसमान से लाएँगे क्या? लेकिन भागलपुर में अडाणी को 1050 एकड़ जमीन और लाखों पेड़ दे दिए.
जीविका कार्यकर्ताओं की नौकरी पक्की होगी
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि तेजस्वी यादव ने आउटसोर्सिंग खत्म करने की घोषणा की है, और महागठबंधन के घोषणापत्र में यह शामिल होगा कि सभी जीविका कार्यकर्ताओं की नौकरी पक्की की जाएगी. उन्होंने याद दिलाया कि नीतीश कुमार ने हाल में जीविका कर्मियों से कहा था कि उन्हें एक पैसा भी नहीं मिलेगा, लेकिन हमारी लड़ाई के बाद सरकार को पीछे हटना पड़ा. यह चुनाव बिहार की जनता के हक, सम्मान और न्याय की लड़ाई है - और इस बार जनता तय करेगी कि बिहार में लूट-झूठ की सरकार अब नहीं चलेगी.

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