अपने 19 साल लंबे करियर में टर्बुलेंस ने भारत और विदेशों में 1,500 से अधिक लाइव शो किए हैं। चाहे भीड़ सौ लोगों की हो या दस हज़ार की, उनकी परफॉर्मेंस हर बार एक फुल-स्केल म्यूजिक फेस्टिवल में बदल जाती है। दर्शकों के साथ उनकी जुड़ाव क्षमता, मंच पर उनकी उपस्थिति और ताल पर उनकी पकड़ उन्हें बाकी डीजे से अलग बनाती है। टर्बुलेंस ने भारत के कई बड़े शहरों मुंबई, दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु, गोवा से लेकर दुबई, थाईलैंड और श्रीलंका जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर परफॉर्म किया है। उनके आधिकारिक रिमिक्स, जो विभिन्न क्लासिक और समकालीन बॉलीवुड गानों को नया रूप देते हैं, सभी प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं और युवाओं में बेहद लोकप्रिय हैं। आज टर्बुलेंस सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि प्रेरणा हैं। इस बात की कि जुनून, निरंतरता और रचनात्मकता के सहारे कोई भी सपना सच हो सकता है। उनकी बीट्स न सिर्फ डांस फ्लोर को थिरकाती हैं, बल्कि हर श्रोता को यह एहसास कराती हैं कि असली संगीत वही है, जो दिल से निकल कर दिल तक पहुंचें
मुंबई (रजनीश के झा)। कहते हैं, संगीत में आत्मा को झकझोर देने की ताकत होती है और अगर इस शक्ति का चेहरा कोई हो सकता है, तो वह है टर्बुलेंस, जो पिछले दो दशकों से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय म्यूजिक सीन में अपनी ऊर्जा, ताल और रचनात्मकता से दर्शकों को झुमाते आ रहे हैं। साल 2006 में अपनी यात्रा की शुरुआत करने वाले टर्बुलेंस का असली नाम भले ही कुछ ही लोगों को पता हो, लेकिन उनका म्यूजिक हर क्लब, फेस्टिवल और पार्टी में लोगों की धड़कन बन चुका है। एक साधारण महाराष्ट्रीयन परिवार से ताल्लुक रखने वाले टर्बुलेंस नेअपने जुनून और मेहनत के दम पर उस मुकाम को हासिल किया है, जहां उनका नाम म्यूजिक लवर्स के बीच उत्साह का पर्याय बन गया है। शुरुआती दौर संघर्षों से भरा था, लेकिन परिवार के अटूट समर्थन और संगीत के प्रति उनके समर्पण ने हर मुश्किल को अवसर में बदल दिया। टर्बुलेंस सिर्फ एक DJ नहीं हैं वे एक लाइव पर्कशनिस्ट भी हैं, जो मंच पर डर्बुका और डीजेम्बे जैसे पर्कशन इंस्ट्रूमेंट्स बजाते हुए मिक्सिंग करते हैं। यही कारण है कि उनकी हर प्रस्तुति सिर्फ संगीत नहीं, बल्कि एक अनुभव होती है। उनका सिग्नेचर फ्यूजन स्टाइल हाउस म्यूजिक, बॉलीवुड बीट्स और लाइव पर्कशन का संगम दर्शकों को हर बार एक नया संगीतमय सफर देता है।

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