- काशी बिस्कुट कन्फेक्शनरी व्यापार मंडल ने मनाया दीपावली महोत्सव, व्यापारिक चुनौतियों पर हुई गहन चर्चा, स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने का संकल्प
लोकल से ही आत्मनिर्भर भारत का दीप जलेगा : अजीत सिंह
ऑनलाइन कंपनियों से व्यापार करने से न केवल क्वालिटी प्रभावित होती है, बल्कि उपभोक्ता के पैसे भी सुरक्षित नहीं रहते। ऑनलाइन व्यापार एक दीमक की तरह है, जो धीरे-धीरे देश के खुदरा उद्योग की जड़ों को चाट रहा है। अब समय आ गया है कि हम अपने घर से ही इसका बहिष्कार करें। उन्होंने कहा कि जनता को जागरूक करना होगा कि वे अपने आसपास की दुकानों से ही खरीदारी करें ताकि व्यापारी, कर्मचारी और श्रमिक—सभी की आजीविका सुरक्षित रहे।
सरकार से 1000 रुपये से अधिक की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाने की मांग
सभा के आरंभ में महामंत्री कविंद्र जायसवाल और प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश निरंकारी ने ई-कॉमर्स कंपनियों पर खुलकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि त्योहारों के मौसम में ये ऑनलाइन कंपनियां बड़े-बड़े विज्ञापन और लुभावने ऑफर देकर फुटकर व्यापारियों की रीढ़ तोड़ रही हैं। हर खरीदारी पर छूट का लालच देकर ये जनता को अपने जाल में फंसा रही हैं, जबकि देश के छोटे व्यापारी धीरे-धीरे हाशिए पर चले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी, एफएसएसएआई और ड्रग लाइसेंस के नए नियमों ने व्यापारियों के लिए राह और कठिन बना दी है। सरकार को इस दिशा में सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए ताकि खुदरा व्यापारी फिर से सशक्त हो सकें। सरकार से आग्रह किया कि ₹1000 से अधिक मूल्य की वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि छोटे उद्योग जैसे आटा, सूजी, भुजिया, मसाले, अचार, बेकरी, मुरब्बा आदि जिनका निर्माण स्थानीय स्तर पर होता है, वे ऑनलाइन और ब्रांडेड कंपनियों की प्रतिस्पर्धा में पिसते जा रहे हैं। ब्रांडेड और अनब्रांडेड के अंतर ने हमारे कुटीर उद्योगों की कमर तोड़ दी है। सरकार को ऐसे उद्योगों को विशेष संरक्षण देना चाहिए।
फूड एंड ड्रग्स लाइसेंस पर व्यापारी परेशान
मीडिया प्रभारी विकास गुप्ता ने कहा कि फूड एंड ड्रग्स विभाग के नए नियमों से छोटे व्यापारियों का शोषण बढ़ा है। केवाईसी के नाम पर लाइसेंस नवीनीकरण में हो रही देरी और फूड सप्लीमेंट को ड्रग लाइसेंस की श्रेणी में लाना व्यापारियों के लिए बेहद कठिन कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि ठेला- पटरी व्यापारियों तक को एफएसएसएआई के दायरे में लाना अनुचित है, क्योंकि यह लघु उद्यमों के अस्तित्व पर सीधा प्रहार है।
दीपों की रोशनी में व्यापारी एकता का संदेश
कार्यक्रम के अंत में दीपावली और डाला छठ की शुभकामनाओं के साथ सभी व्यापारियों ने संकल्प लिया कि वे अपने घर से ऑनलाइन व्यापार का बहिष्कार करेंगे और स्थानीय उद्योग और दुकानदारों के समर्थन में जनजागरण अभियान चलाएंगे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में व्यापारी गण उपस्थित रहे जिनमें कविंद्र जायसवाल, सुशील लखमणि, शिवप्रकाश जायसवाल, विश्वनाथ दुबे, प्रभाकर मिश्रा, ऋषि केशरी, गुड़गीत बग्गा, संजय गुप्ता, मनीष गुप्ता, राजीव वर्मा, अम्बे सिंह, धर्मेंद्र सिंह, आरती शर्मा, नीलिमा चौबे, हुमा बानो, प्रिया अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य व्यापारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय संगठन मंत्री, वाराणसी व्यापार मंडल अध्यक्ष एवं काशी बिस्कुट कन्फेक्शनरी व्यापार मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने की। मुख्य अतिथि के रूप में महानगर अध्यक्ष प्रदीप आग्रहरी, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. के.के. त्रिपाठी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री रमेश निरंकारी ने किया।

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