- सर्व समाज की महिलाओं की भागीदारी, स्वदेशी अपनाने और आत्मनिर्भर भारत का संदेश

वाराणसी (सुरेश गांधी)। गुरु गोविंद सिंह सेवा समिति के राष्ट्रीय संयोजक एवं प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा के नेतृत्व में रविवार को महिला स्वावलंबन, महिला सशक्तीकरण और “स्वदेशी अपनाओ” के संदेश के साथ एक विशाल जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में सर्व समाज की महिलाओं की जबर्दस्त भागीदारी रही, विशेष रूप से मुस्लिम और सिख समाज की महिलाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। अजीत सिंह बग्गा ने इस अवसर पर कहा कि अब समय आ गया है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के संकल्प को व्यवहार में उतारें और स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि भारतीय होने के नाते हम सभी का कर्तव्य है कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देकर देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएं। अजीत सिंह बग्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीते एक दशक में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं, जिनसे आधी आबादी को नई दिशा मिली है। उन्होंने मोदी और योगी की डबल इंजन सरकार को दुनिया का सबसे मजबूत विकास मॉडल बताते हुए कहा कि “ऐसे ही मॉडल की दरकार आज पूरे विश्व को है, जिससे वसुधैव कुटुंबक, एक धरती, अनेक जीव, एक परिवार, की भावना साकार हो सके।” पूर्वांचल महिला योग पीठ की संचालिका और महिला सशक्तीकरण की फायरब्रांड हस्ती निधि सिंह ने महिलाओं का आवाहन करते हुए कहा कि आज की नारी अपनी मर्यादा में रहते हुए भी राष्ट्रहित में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा, “अब नारी केवल आंचल में दूध और आंखों में पानी वाली नहीं, बल्कि ‘यत्र नारी पूज्यंते, रमन्ते तत्र देवता’ की वास्तविक हकदार है।” रैली में स्वरोजगार से जुड़ी सैकड़ों महिलाएं, व्यापार मंडल के पदाधिकारी और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए। इस अवसर पर प्रमुख रूप से रमेश निरंकारी, राम बाबू टिंकू चौरसिया, जय मैलानी, रणजीत सिंह, गुंजित सिंह, संजय गुप्ता, सत्य प्रकाश, प्रभाकर सिंह, सुशील लख्मनिया, आनंद पटेल, जैस्मीन जितेंद्र आदि मौजूद रहे। जबकि महिलाओं में उमा बानो, खुर्शीद बानों, गुलशन बानों, नर्गिस सरीन, करीम बिलकिस बानों, मीरा सिंह आदि ने रैली में सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा संचालित योजनाओं और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
महिला सशक्तीकरण की 5 प्रमुख सरकारी योजनाएँ
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना : कन्या भ्रूण हत्या रोकने और लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहन।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना : स्वरोजगार हेतु महिलाओं को बिना गारंटी के ऋण सुविधा।
उज्ज्वला योजना : गरीब परिवारों की महिलाओं को निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन।
महिला ई-हाट और स्टार्टअप इंडिया : महिला उद्यमियों को ऑनलाइन बाजार से जोड़ने की पहल। स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) सशक्तीकरण कार्यक्रम : ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में सहयोग।
“स्वदेशी अपनाओ” : लोकल उत्पादों की ओर बढ़ता कदम, बनारसी साड़ी, कालीन, जूट और हस्तशिल्प जैसे स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। स्थानीय कारीगरों, बुनकरों और उद्यमियों को प्रोत्साहन दें। डिजिटल माध्यमों से “वोकल फॉर लोकल” अभियान को आगे बढ़ाएँ।
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