- उम्मीदवारों ने एक स्वर में कहा कि 10 हजार रुपए देकर चुनाव को प्रभावित किया गया और जंगलराज का डर दिखाया गया
उम्मीदवारों ने शिकायत रही कि चुनाव की आदर्श आचार संहिता के लागू होने के पश्चात भी महिलाओं के खाते में दस हजार रूपये की रकम आती रही और चुनाव बाद खाता में दो -दो लाख रूपये आने की षड्यंत्रपूर्ण अफवाह ने पूरी चुनावी चर्चा को ही बदल कर रख दिया और उम्मीदवारों की सारी मेहनत पर पानी फिर गया।आरोप लगाया गया कि 'जीविका' की पूरी ब्यवस्था ने सत्तारूढ गठबंधन के कार्यकर्ता के रूप में एक-एक घर में जाकर दस हजार रूपये को 'सीड मनी' बताया और कहा कि इस पैसे के नहीं लौटाना है तथा चुनाव के बाद पुन: सबों के खाते में दो-दो लाख रूपया सरकार देगी और इस के लिए आप लोग अपने परिवार का सारा वोट नीतीश कुमार की सरकार बनाने के लिए दें।जीविका की दीदीयां मतदान केन्द्र के परिसर में भी डटी रहीं और महिलाओं को एन.डी.ए.उम्मीदवार का सीरियल नम्बर बताती देखी गयीं और कोई ने बृदध् और लाचार महिलाओं के ई.वी.एम. बटन को स्वंय ही दबा दिया। अनेक उम्मीदवारों ने यह भी बताया कि प्रत्येक जिले में राज्य से बाहर के लोग बड़ी संख्या में आये हुए थे जो घरों में जाकर लोगों को यह बताते रहे कि अगर आप लोगों ने प्रशांत किशोर के कहने पर अशिक्षा,बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों से प्रभावित होकर जनसुराज को वोट दिया तो बिहार में पुन: बीस वर्ष पुराना जंगल राज आ जायेगा।इस तरह की काना-फुस्सी और गोल गोल बतिया कर लोगों को जंगल राज का भय दिखाया गया। लोगों को भयभीत करने की यह चाल कारगर साबित हुयी जिस के परिणामस्वरूप जनसुराज के पक्ष में गोलबंद हुआ वोटों का विशाल सम्राज्य एकाएक धराशायी हो गया।
इस समीक्षा बैठक में जाने -माने गणितज्ञ श्री के.सी.सिंहा
पूर्व विधायक श्री किशोर कुमार मुन्ना,पूर्व विधान पार्षद श्री रामबलि चंद्रवंशी,पार्टी महासचिव सुभाष सिंह कुशवाहा,प्रवक्ता सैयद मसीह उद्दीन के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता सर्वश्री आर.के.मिश्रा,अरविंद सिंह, एन.पी.मंडल, ए.के.दिव्वेदी, जे.पी.एन.सिंह, जीतेंद्र मिश्रा,सरवर अली,रामलखन दांगी,प्रीतम सिंह,आर.एन.सिंह और रीतेश पांडेय सहित पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के अनेक सम्मानित सदस्य मौजूद रहे।

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