पटना : पीएम-किसान योजना की 21वीं किस्त का हुआ वेबकास्ट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 19 नवंबर 2025

पटना : पीएम-किसान योजना की 21वीं किस्त का हुआ वेबकास्ट

  • कृषक–वैज्ञानिक संवाद के दौरान केन्द्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने किया किसानों को संबोधित

Pm-kisan-yojna
पटना (रजनीश के झा)। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिनांक 19 नवम्बर 2025 को पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त जारी की गई। इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में इस कार्यक्रम का लाइव वेबकास्ट आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों, वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया ।


कृषक–वैज्ञानिक संवाद

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि श्री गिरिराज सिंह, माननीय केन्द्रीय मंत्री, वस्त्र मंत्रालय ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे धान–गेहूँ जैसी पारंपरिक फसलों के अतिरिक्त दलहन, तिलहन, मोटे अनाज, बागवानी तथा अन्य स्थानीय फसलों द्वारा फसल विविधीकरण करें एवं ज्यादा लाभ कमाएँ | साथ ही उन्होंने समेकित कृषि प्रणाली, पशुपालन, बकरी पालन, मशरूम की खेती पर बल दिया । संवाद के दौरान संस्थान के वैज्ञानिकों रबी फसलों जैसे गेहूं, चना, सरसों, मसूर इत्यादि की उन्नत किस्मों, फसल प्रबंधन तकनीकों एवं उत्पादकता बढ़ाने के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 


केन्द्रीय मंत्री का वैज्ञानिकों के साथ संवाद 

श्री गिरिराज सिंह ने संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ भी बातचीत करते हुए उन्हें मृदा की कार्बन जाँच, ब्लैक बंगाल बकरी, सहजन तथा गाय के गोबर से बनने वाले मूल्य संवर्धित उत्पादों पर अनुसंधान को और सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे किसान लाभान्वित हो सकें। इससे पूर्व, संस्थान के निदेशक ने माननीय मंत्री महोदय का स्वागत करते हुए संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों एवं प्रगतिशील अनुसंधान कार्यों से अवगत कराया | 


कृषि प्रदर्शनी एवं प्रक्षेत्र भ्रमण 

कार्यक्रम के अवसर पर संस्थान परिसर में कृषि प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें संस्थान द्वारा विकसित उन्नत कृषि तकनीकों, बीजों, उपकरणों एवं मॉडल प्रदर्शन को किसानों के समक्ष प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी से किसानों को नई तकनीकों की प्रत्यक्ष जानकारी एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। साथ ही, किसानों ने संस्थान के विभिन्न प्रक्षेत्रों का अवलोकन कर वहाँ चल रहे शोध कार्यों को नज़दीक से समझा। यह कार्यक्रम संस्थान के कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र, राँची में भी आयोजित किया गया | कार्यक्रम में 336 किसानों सहित कुल 460 लोगों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया। किसानों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से उन्हें नवीनतम कृषि तकनीकों की जानकारी के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ समझने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. उज्जवल कुमार, प्रभागाध्यक्ष, सामाजिक-आर्थिक एवं प्रसार द्वारा किया गया |

कोई टिप्पणी नहीं: