- टैली के ‘टैक्स एंड अकाउंटिंग टाइटन्स’ कार्यक्रम में 18 दिग्गजों को मिला सम्मान; एमएसएमई के विकास में टैक्स समुदाय की निर्णायक भूमिका को मिली सराहना
यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि पटना के टैक्स और अकाउंटिंग पेशेवर एमएसएमई क्षेत्र के भविष्य को संवारने के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं। इन विशेषज्ञों ने डिजिटल टूल्स का प्रभावी उपयोग कर जटिल प्रक्रियाओं को सुगम और पारदर्शी बनाया है। टैली सॉल्यूशंस का यह ‘टैक्स एंड अकाउंटिंग टाइटन्स’ कार्यक्रम इन्हीं पेशेवरों के निरंतर प्रयासों और अटूट लगन को एक मंच प्रदान करने के विजन के साथ तैयार किया गया है। इस पहल पर अपने विचार साझा करते हुए टैली सॉल्यूशंस (ईस्ट ज़ोन) के जनरल मैनेजर, अर्चन मुखर्जी ने कहा, “हमें पटना के टैक्स और अकाउंटिंग समुदाय के इस बेमिसाल योगदान का जश्न मनाते हुए बेहद खुशी हो रही है। तकनीक को अपनाने के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने एमएसएमई को चुनौतियों से उबरने और आज के तेज़ी से बदलते व्यापारिक माहौल में फलने-फूलने में निर्णायक भूमिका निभाई है। ‘टैक्स एंड अकाउंटिंग टाइटन्स’ के माध्यम से हम न केवल व्यक्तिगत श्रेष्ठता को सम्मानित कर रहे हैं, बल्कि उस सामूहिक संकल्प को भी सराह रहे हैं, जो हमारे उद्योग में प्रगति की राह दिखाता है। हम मिलकर एक ऐसा इकोसिस्टम बनाने के लिए समर्पित हैं, जहाँ तकनीक का इस्तेमाल हर व्यवसाय के लिए सतत विकास और सहज अनुपालन सुनिश्चित करे।” बिहार में एमएसएमई क्षेत्र की अहमियत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहाँ की 95% से अधिक औद्योगिक इकाइयाँ इसी श्रेणी में आती हैं। पटना का एमएसएमई सेक्टर मुख्य रूप से फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रिकल्स, टिम्बर और रिटेल जैसे सूक्ष्म उद्यमों पर आधारित है, जो स्थानीय रोज़गार के सबसे बड़े स्रोत हैं। 'उद्यम पंजीकरण' और सरकार की एमएसएमई-हितैषी नीतियों के बल पर यह सेक्टर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय सप्लाई चेन मज़बूत हो रही है। पटना अब एक क्षेत्रीय व्यापार केंद्र के रूप में उभरकर आर्थिक विकास की नई कहानी लिख रहा है। टैली सॉल्यूशंस, जीएसटीपी समुदाय के साथ मिलकर पटना के कारोबारियों को हर कदम पर सहयोग दे रहा है, जिससे डिजिटल तकनीक को अपनाना और वित्तीय अनुशासन बनाए रखना अब और भी आसान हो गया है।

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