- ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के तहत लांजीगढ़ में 1,280 सोलर लाइट्स वितरित की गईं, खनन क्षेत्रों में 421 सोलर स्ट्रीटलाइट्स लगाई गईं; झारसुगुड़ा में समुदायों की सक्रिय भागीदारी रही
समुदाय से जुड़ी पहलों के साथ-साथ, वेदांता एल्युमीनियम अपने संचालन स्तर पर भी स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 25 में कंपनी ने 1.57 बिलियन यूनिट नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया, 378 मिलियन यूनिट ऊर्जा की बचत हासिल की और वित्त वर्ष 21 की तुलना में ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन तीव्रता में 8.96% की कमी दर्ज की है। इसके अलावा, अपनी 2030 डीकार्बनाइजेशन रोडमैप के तहत कंपनी लंबी अवधि के पॉवर परचेज एग्रीमेंट्स के माध्यम से लगभग 1,500 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा सुरक्षित करने की दिशा में भी प्रगति कर रही है। इन पहलों पर टिप्पणी करते हुए वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ राजीव कुमार ने कहा, “हमारे लिए ऊर्जा संरक्षण केवल संचालन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समुदायों से भी उतना ही जुड़ा हुआ है। गाँवों में सोलर ऊर्जा की पहुँच बढ़ाकर और अपने संयंत्रों में ऊर्जा-दक्षता को मजबूत करके हम ओडिशा के विकास में योगदान दे रहे हैं, साथ ही ‘समुदायों का रूपांतरण, पृथ्वी का रूपांतरण और कार्यस्थल का रूपांतरण’ के अपने दृष्टिकोण के साथ भी खुद को जोड़ रहे हैं।” वेदांता एल्युमीनियम ने ऊर्जा खपत कम करने, जलवायु जागरूकता और सतत जीवनशैली पर केंद्रित कई जनसंपर्क और सहभागिता गतिविधियाँ आयोजित कीं, जिनमें कर्मचारी, छात्र और स्थानीय समुदाय शामिल हुए। इनमें टाउनशिप के भीतर एक साइकिल रैली, स्कूलों में जागरूकता सत्र, तथा ऊर्जा संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर पेंटिंग, क्विज़ और तात्कालिक भाषण प्रतियोगिताएँ शामिल थीं। इसके अलावा, साइट पर ‘एनर्जी टैंक वेदांता’ का आयोजन भी किया गया, जिसका उद्देश्य ऊर्जा बचत और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए नए विचारों को प्रोत्साहित करना था।
क्षेत्रीय मुख्य बिंदु:
• लांजीगढ़: 16 गाँवों में 1,280 सोलर लाइट्स वितरित की गईं, जिससे घरों तक स्वच्छ ऊर्जा की पहुँच बेहतर हुई। इसके अलावा, 33 गाँवों में 140 सोलर स्ट्रीटलाइट्स लगाई गईं, जिससे 10,000 से अधिक समुदाय सदस्यों को लाभ मिला।
• खनन क्षेत्र: कालाहांडी, रायगढ़ा, सुंदरगढ़ और झारसुगुड़ा के गाँवों में 421 सोलर स्ट्रीटलाइट्स स्थापित की गईं, जिससे 15,000 से अधिक लोगों को लाभ हुआ और हर वर्ष लगभग 49 टन कार्बन डाईऑक्साइड-समतुल्य उत्सर्जन में कमी आने में मदद मिली।
• झारसुगुड़ा: ऊर्जा संरक्षण सप्ताह को समुदाय, छात्रों और कर्मचारियों की सहभागिता के साथ मनाया गया। कर्मचारियों की स्वयंसेवी भागीदारी से 14 स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके साथ ही एक साइकिल रैली भी निकाली गई तथा सतत गतिशीलता, ऊर्जा-दक्षता और कार्बन उत्सर्जन में कमी से जुड़े समाधानों को प्रदर्शित करने वाले नवाचार मंच भी आयोजित किए गए।
ये पहलें सततता के प्रति वेदांता एल्युमीनियम के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाती हैं, जिसमें संचालन में उत्कृष्टता के साथ-साथ समुदायों को सशक्त बनाना भी शामिल है। जमीनी स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा तक पहुँच बढ़ाकर और अपने संचालन में ऊर्जा-दक्षता को आगे बढ़ाकर, कंपनी ओडिशा के विकास और भारत के व्यापक डीकार्बनाइजेशन लक्ष्यों में योगदान दे रही है, यह सुनिश्चित करते हुए कि उद्योग की प्रगति लोगों की प्रगति के साथ-साथ हो।

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