विशेष : राजेश खन्ना पर किताब "कुछ तो लोग कहेंगे" से ...... - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 21 दिसंबर 2014

विशेष : राजेश खन्ना पर किताब "कुछ तो लोग कहेंगे" से ......

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स्टारडम एक मृग-तृष्णा की तरह था। वो सुनहरा सा, चमकता हुआ, बेहद क़रीब नज़र आता, मगर राजेश खन्ना जितना उसके पीछे भागते, वो और भी दूर होता चला जाता। ये दौड़ राजेश खन्ना को हताश करती जा रही थी। ऐसे हालात में वो अपने आसपास एक दीवार सी खड़ी कर लेते थे। किसी को अपने क़रीब नहीं आने देते थे। डिंपल की क़रीबी रहीं एक मशहूर फिल्म पत्रकार ने उन दिनों में डिंपल की हालत बयां करते हुए लिखा, ‘डिंपल की आंखों में अब इंतज़ार की एक उदास चाहत रहती थी। वो चाहती थीं कि राजेश खन्ना उनके साथ वक़्त बिताएं। राजेश उनके पास नहीं होते थे तो उन्हें पाने की चाहत और बढ़ती जाती थी।’

डिंपल ने एक लंबा इंटरव्यू  देकर अपने दिल का हाल सुनाया था। इस इंटरव्यू के आधार पर आशीर्वाद (राजेश खन्ना का बंगला) में गुज़रते डिंपल के दिन-रात की कहानी सामने आई थी, ‘देर शाम जब राजेश खन्ना लौटते तो डिंपल के चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी। अक्सर अपने मास्टर बेडरूम के बाहर टेरेस पर दोनों साथ-साथ बैठते। राजेश खन्ना ना जाने किस गहरी सोच में डूबे हुए, एक के बाद एक सिगरेट खत्म करते जाते थे। ऐसा लगता था जैसे कोई ग़म उन्हें खाए जा रहा है।’

परी-कथाओं जैसी शादी के बाद, डिंपल राजेश की पत्नी तो बन गई थी लेकिन इस शादी में वो बराबर की भागीदार शायद नहीं बनी थीं। पल-पल गिनती डिंपल इस उम्मीद में उनके साथ बैठी रहतीं कि ना जाने कब काका कुछ बोल पड़ें। शायद वो उनसे पूछें कि वो कैसी हैं? ...उनका दिन कैसा बीता? या उन्हें बताएं कि वो ख़ुद किस तनाव से गुज़र रहे हैं? कौनसा ग़म उन्हें अंदर ही अंदर खाए जा रहा है? लेकिन राजेश कुछ नहीं बोलते। बस गहरी सोच में खोए, सिगरेट पर सिगरेट फूंकते रहते। दोनों में बातें अब बहुत कम होती थीं। अब इनके बीच एक नया रिश्ता बन गया था...गहरी खामोशी का रिश्ता।  

आखिरकार अपनी सिगरेट को ऐश-ट्रे में डालते हुए वो डिंपल की तरफ़ देखते। इन पलों में डिंपल की उम्मीदें बढ़ जातीं कि अब शायद वो लम्हा आ गया जब उन दोनों में दिल की कोई बात होगी। शायद वो कुछ बताएं। मगर राजेश खन्ना बस इतना ही पूछते, ‘बच्चों ने आज क्या किया?’

राजेश खन्ना के ढलते करियर का बोझ तले, उनकी शादी पिसने लगी थी। इन्हीं मुद्दों को लेकर अब दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए थे। फिल्म मैगज़ीन्स में राजेश-डिंपल की निजी ज़िंदगी को लेकर तरह-तरह की बातें छप रही थीं। एक तरह से इनके निजी रिश्ते का मीडिया ट्रायल हो रहा था। एक लेख में तो ये तक छपा कि राजेश ने डिंपल की पिटाई तक कर दी है। ऐसी ख़बरें पहले से ही उलझे हुए राजेश-डिपल के रिश्ते पर और ज़्यादा दबाव डाल रही थीं। आख़िरकार खबर आई कि राजेश खन्ना के बर्ताव से तंग आकर, डिंपल ने आशीर्वाद छोड़ दिया है और अपने पिता के घर चली गई हैं। डिंपल ने बताया, ‘फिर मैंने पापा के घर वापस जाने की ग़लती कर दी। मैंने जाते वक़्त ये सोचा तक नहीं कि वो आख़िरी जगह है जहां मुझे जाना चाहिए था, ख़ासतौर पर उस वक़्त जब मेरे और काका के बीच बहुत ज़्यादा गलतफहमियां थीं। मैं ट्विंकल को अपने साथ ले गई और काका के साथ बातचीत करने तक से इंकार कर दिया। यही नहीं मैंने तो तलाक़ के कागज़ात भी तैयार करवा लिए।’

ये मुद्दा मीडिया में ख़ूब चर्चा में रहा। क़यास ये भी लगाए जा रहे थे कि डिंपल फिल्मों में वापसी करना चाहती हैं और दोनों के बीच लगातार होते झगड़ों की वजह भी यही है। डिंपल अपने पिता के घर थीं और राजेश एक महीने की आउटडोर शूटिंग के लिए कश्मीर चले गए। एक महीने तक डिंपल इस नाज़ुक रिश्ते की उलझनों में उलझती रहीं, घुटती रहीं। इसके बाद डिंपल आशीर्वाद में वापस लौट आईं। उनके और राजेश के रिश्ते में तो ज़्यादा कुछ नहीं बदला, लेकिन इस घटना के बाद डिंपल ने ख़ुद को बदलने और हालात से समझौता करने का फैसला कर लिया। 

किसी भी रिश्ते की उलझन सुलझाने के लिए सबसे ज़रूरी होता है- बात करना, अपने दिल का हाल बयां करना। मगर ये राजेश खन्ना का मज़बूत पक्ष कभी नहीं था। डिंपल ने तो राजेश खन्ना के साथ अपने रिश्ते का ग़ुबार अपने इंटरव्यूज़ में निकाल दिया था। मगर राजेश ने कभी इस तरह खुलकर कुछ नहीं कहा। अपने रिश्तों के बारे में बात करते हुए सालों बाद राजेश खन्ना ने अपनी ग़लती क़बूलते हुए माना कि उस दौर में उन्होंने अपने चारों तरफ़ एक दीवार सी खींच ली थी। वो डिंपल के साथ अपने मन की कोई बात नहीं बांटते थे। इस बर्ताव ने  उनके रिश्ते को बहुत नुकसान पहुंचाया। अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया, ‘अगर मैं अपने आपको उसके (डिंपल) हवाले कर देता तो वो शायद सब संभाल पाती। लेकिन मैं अपने आप में सिमट गया। 14 महीनों के लिए मैंने अपने आसपास एक दीवार बना ली, लोगों पर विश्वास करना छोड़ दिया, नई फिल्में साइन करना छोड़ दीं. हर दिन मेरा आत्मविश्वास जैसे कम होता जा रहा था। उन दिनों में लगातार फ़िक्र में डूबा रहता था... और आत्महत्या के बारे में सोचता रहता था...’ 

राजेश खन्ना अपने आसपास के लोगों से कटते गए। अगर अंजू महेन्द्रू उनकी कामयाबी नहीं संभाल पाई थीं, तो डिंपल उनकी नाकामी नहीं संभाल सकीं। बाद में दिए इंटरव्यू में डिंपल नें क़बूल किया कि उनकी शादी एक स्वांग थी, लेकिन इस बात को स्वीकार करने में उन्हें कई साल लग गए। शायद दिल ही दिल में वो ये मान चुकी थीं कि राजेश के लिए वो सही पत्नी नहीं बन सकतीं। अपने इसी इंटरव्यू में डिंपल ने कहा था, ‘काका को मुमताज़ से शादी करनी चाहिए थी। वो उनके लिए सही हमसफ़र होतीं...’




------जारी 

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