दोहे और उक्तियाँ !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 30 दिसंबर 2009

दोहे और उक्तियाँ !!


नीकी पै फीकी लगे, बिन अवसर की बात।



जैसे बरनत युद्ध में, नहिं सिंगार सुहात।।


(वृंद कवि)

1 टिप्पणी:

समयचक्र ने कहा…

बहुत सुन्दर दोहे और उक्तियाँ है बधाई ....