नए भाजपा अध्यक्ष के रूप में अपनी पारी की शुरुआत करने वाले नितिन गडकरी ने रविवार को एलान किया कि वह अपने तीन साल के कार्यकाल में संसदीय चुनाव नहीं लड़ेंगे। 52 वर्षीय गडकरी ने कहा कि मैं दिल्ली और राष्ट्रीय राजनीति में नया हूं और मुझे जो जिम्मेवारी मिली है उसके प्रति मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं।
भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लेने के बाद नागपुर पहुंचे गडकरी ने चुनाव लड़ने से इंकार करते हुए कहा कि मैं अपना एजेंडा पहले ही साफ कर चुका हूं कि मेरा पूरा ध्यान विकास की राजनीति पर होगा। स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं के भव्य स्वागत के बाद भविष्य के कार्यक्रमों के बारे में उन्होंने कहा कि वे 24 दिसंबर को दिल्ली में प्रेस वार्ता में पार्टी की नीतियों का खुलासा करेंगे। महाराष्ट्र के पार्षद गडकरी ने कहा कि वे उस राष्ट्रीय कार्यसमिति को बनाए रखेंगे, जिसके अध्यक्ष उनके पूर्ववर्ती राजनाथ सिंह थे।
इससे पहले, गडकरी ने नई दिल्ली में आडवाणी के घर जाकर उनका आशीर्वाद लिया और उनसे समर्थन मांगा। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष के साथ उनका परिवार और वेंकैया नायडू भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद गडकरी ने कहा कि अटल और आडवाणी उनके प्रेरणास्रोत रहे हैं।

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