मैथिली एकांकी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 11 जनवरी 2010

मैथिली एकांकी


श्री लल्लन प्रसाद ठाकुर अपन प्रत्येक नाटक पहिने बच्चा सबएकटा एकांकी करबैत छलाह  एकांकी सेहो  अपनहिलिखैत छलाह  ओहि एकांकी में एकटा अछि:

ग्रीन रूम

(परदा फुजैत अछि। मेक अप मैन लग भिखमंगाक मेक अप भs रहल अछि। एक कात मे डाँसर डाँस कs रहल छथि । एक दिस आओर कलाकार सब जे मेक अप कs चुकल छथि हुनकर सबहक माय मदत कs रहल छथिन।)
(डाइरेक्टर प्रवेश....... डाँसर लग। गायक गाबि रहल छथि )


डाँसर - ठुमकी चलत राम चंद्र बाजत पैजनियाँ ठुमकी चलत राम चन्द्र ......
डाइरेक्टर - ओफ्फोह एना नै .....एना करियौ ।
डाँसर - नै हम तs एहिना करब ।
डाइरेक्टर - अरे हम अहाँ के की सिखेने छलौं आ अहाँ ...बिसरी गेलियै सब।
डाँसर - ईह बिसरबै कियाक, मुदा हम ओना नै करब। ओना कतौ डाँस भेलैये ।
डाइरेक्टर - हे भगवान , अरे राजाक दरबारक सीन छै ओई मे एना कोना डाँस करबै।
डांसर - राजाक दरबारक सीन छै तs की भs गेलै , ओई सिनेमा मे नै देखने रहियै जे हेमामालिनी कोना डाँस करैत छलै ।
डाइरेक्टर - ई हेमामालिनीक डाँस नै छै। हम जेना सिखेने रही तहिना करू। आब नाटक शुरू हेतै आ अहाँ उलटा सीधा ...... ।
डाँसर - हमरा अहाँ डाँटैत कियैक छी यौ। मम्मी मम्मी ....देखियोन तs ई हमरा कोना कs डाँटैत छथि।
मम्मी - की भेल बेटी ? कियाक डाँटैत छियै यौ डाइरेक्टर साहेब। कहू तs हमर फूल सनक बेटी एतेक मेहनत सँ अहाँक ड्रामा कs रहल अछि आ.... ।
डाइरेक्टर - हमर ड्रामा कीने ?
मम्मी - और नै तs की। तैं अहाँ डाँटबै।
डाइरेक्टर - ओफ्फोह हम डाँटि कहाँ रहल छियै हम तs दुलार कs कs बुझा रहल छियैन। बौआ...
डाँसर - इह बुझबै छथि, मुदा सुनि लिय हम हेमामालिनी जोकाँ डाँस करब।
डाइरेक्टर - हँ हँ......अवश्य ....जेना मोन हो तेना करू .....होऊ.....करू....।
( मेक अप मैन लग सs भिखमंगाक स्वर )
भिखमंगा - कने हमर मेक अप देख लिय औ डाइरेक्टर साहेब ....
( डाइरेक्टर जा कs मेक अप देखैत छथि )
डाइरेक्टर - वाह वाह बहुत सुन्दर। मुदा केश एना कियैक केने छियैन्ह यो मेक अप मैन।
मेकप मैन - हिनकर भिखमंगा के ने रोल छैन्ह।
डाइरेक्टर - अयँ.....हँ ...हिनकर तs भिखमंगाक रोल छैन्ह। अयँ यौ तs इ राजकुमार बला ड्रेस कियाक पहिरने छी।
भिखमंगा - मम्मी कहलनि अछि इएह पहिरवाक लेल।
डाइरेक्टर - डाइरेक्टर मम्मी छथि कि हम। हम अहाँ के फाटल चिटल कपडा अनबा के लेल कहने रही । उतारू ..उतारू ...।
भिखमंगा - मम्मी....मम्मी...देखियोन इ हमरा फाटल कपडा पहिरय कहैत छथि
भिखमंगाक मम्मी - कियैक यौ ....कियैक कहैत छियै हमर बेटाफाटल कपडा पहिर नाटक करतकी हमरा  औकात नञ ?
डाइरेक्टरनै नै ......दरअसल .. भिखमंगा रोल ने रहलछथि ...तै हिसाबे ड्रेस पहिरपरतैन। तै कहलियैन जे  उतारिफाटल चिटल ....।
भिखमंगाक मम्मी - फाटल चिटल ....कथमपि नै करत इएह ड्रेसपहिर करत  नाटक अँ यौ जखैन  भिखमंगा जकाँ एक्टिंगकरतय की लोक नै बुझतय जे  भिखमंगाक रोल कs रहलअछि करिही रौ बौआ कोना करबहि
(भिखमंगा एक्टिंग करैत अछि  )
भिखमंगा - गरीब लाचार के दू टा पाई दिय, भगवान अहाँ केभला करता। राजा के रंक बनौता ...रंक के राजा
भिखमंगाक मम्मी -देखियौ केहेन सुन्दर भिखमंगा लगैत छै
डाइरेक्टर - हाँ..... बड.. सुंदर ......बड सुंदर.....।

ताधरि दोसर दिस एकटा मुंशी जी चश्मा पहिर चलबाक प्रयासकरैत खसि परैत अछि  माँ माँ कहि कानय लागैत छथि )

डाइरेक्टर - ओफ्फोह .....आब हिनका की भेलैन्ह। ( बढ़ि कs देखैत) अहाँके की गेल । कियाक माँ माँ चिचिया रहल छी
मुंशिक मम्मी - कियाक यौ हमर बेटा की आन्हर अछि जे आन्हर रोल करत । ओकरा अहाँ मुंशी जी रोल करबैतरहियै?
डाइरेक्टर - मुंशी जी ...अरे हाँ मुदा  चश्मा के आनय कहलक, ......देखू चश्मा
मुंशी - (चश्मा दैत ) अहीं कहने रही ....जे मुंशी रोल मे चश्मारहबाक चाही
डाइरेक्टर - यौ हम तs कहने रही जे कोनो बिना पावर चश्मालगेबाक लेल, आ अहाँ जे चश्मा अनलौं अछि ताहि मे खालीपावरे पावर अछि केकरा अनलौं  चश्मा?
मुंशी - बाबा के छैन्ह 
डाइरेक्टर - बाप रे  बाबा परबाबा चश्मा आनब तs आओर कीहैत। हटाऊ चश्मा के
मुंशिक मम्मी () - अँ यौ अहाँ अपना के की बुझैत छियै,डाइरेक्टर नय भs गेलौ जे.....हमर बेटा मुंशी रोल करैत अछि तैंअहाँ ओकरा डँटबय नै करत  ड्रामा नै करत। ड्रामा बिना भूखलनै मरल जा रहल अछि
डाइरेक्टर - हे भगवान हम कतय फँसि गेलौं बहिनजी एना तामसठीक नै आब नाटक शुरू हेबा मे मात्र आधा घंटा रहि गेल अछिजेना मोन हो करदियौ , बाबा वाला चाहे परबाबा वाला जे चश्मापहिर जएबाक मोन हो जाय दियौ हम की कहि सकैत छीआओर
मुंशिक मम्मी - ठीक छै यैह पहिर जहिए रे बौआ कर अपनरिहर्सल कर
मुंशी - ठीक छै मम्मी (फेर  चश्मा पहिर कs चलैत अछि । दू डेगचलैत अछि  खसि परैत अछि )
डाइरेक्टर - (आगू बढैत छथि रानी के मुकुट लगौने देखैत छथि )अहाँ ...अहाँ  मुकुट ....? ......अहाँके रानी रोल करबाकअछि 
रानी - हाँ 
डाइरेक्टर - हे भगवान ...हम बरबाद भs गेलौं 
यै अहाँक रानिक रोल ...... एहेन साडी खूब नीक साडीअनबाक लेल कहने रही ने देखू s ...देखू s... अहाँ रानी लागिरहल छी कि नोकरानी ?
रानी - हम की करियै .... मम्मी कहलखिन नाटक ताटक केलेल नीक साडी नय देब सैह अछि तs डाइरेक्टर साहेब के कहबैनजे कीन देता
डाइरेक्टर - कीन हम आनि दिय। ठीक छै ....ठीक छै ....जेमोन हुए से करू अहाँ लोकनि  आय तs हमर नाक कटले अछि
भिखमंगा - हें हें हें हें हें हें ....हम सब नाटक करबै  डाइरेक्टरसाहेब के नाक कट
डाइरेक्टर - चुप गधा नहि तन 
(गदा नेने सिपाहिक प्रवेश )
सिपाही - हेयै गदा।
डाइरेक्टर - गदा ! इ गदा .....इ गदा की हेतै तों ई गदा कियैक अनलैं। हम तs बाँसक तरुआरि आनय कहने रहियौ।
सिपाही - आब की तरुआरिक ज़माना छै ? ज़माना छै गदाक ......देखलियै नै रामायण मे हनुमान जी केहेन गदा सs मारि मारि क भुट्टम भुस्स कs देलखिन।
डाइरेक्टर - राजाक सिपाही ....आ इ गदा ..वाह रे डाइरेक्टर आइ अहाँक डाइरेक्टरी कमाल कs देत। वाह ....खैर ....इ राजा कतs छथि?
सिपाही - राजा ...के राजा ?
डाइरेक्टर - अरे वैह रमेश जे राजाक रोल करताह।
रानी - ओ तs बाथरूम गेल छथि।
डाइरेक्टर - ओ एतs नाटक करय एलाह अछि कि बाथरूम जाय लेल ?
मुंशी - ओ तs तखैन सs चारि बेर गेलाह अछि बाथरूम।
डाइरेक्टर - चारि बेर ?
भिखमंगा - आर नय तs की। जाई छथि अबै छथि.....हौआ देखियौन आबि गेला राजा साहेब।
( राजा के एकटा तौलिया लपेटने प्रवेश )
डाइरेक्टर - अहाँ ...अहाँ एतs नाटक करय एलौं अछि कि बाथरूम जाय लेल ?
राजा - बाथरूम
डाइरेक्टर - की ?
राजा - हमर पेट ख़राब भs गेल ।
डाइरेक्टर - हे भगवान आब की करी हम। यौ पेट ख़राब भs गेल छल तs कोनो दबाई तबाइ कियैक नै खा कs एलौं?
राजा - घर मे थोरे ख़राब भेल छल। जखने पाठ मोन पारय लागैत छी कि शंका होवय लागैत अछि। हमरा तs बड डर लागैत अछि।
डाइरेक्टर - नय नय डरबाक कोनो काज नय । हम छी नय ....डर के हटा दिय मोन सs तs देखू जे किछु नै हैत । आँय ठीक नय।
राजा --ठीक छै । आब सभ एमहर आऊ ...देखू सभ के अपन अपन पाठ मोन अछि कि नै।
सभ संगे - हाँ मोन अछि।
डाइरेक्टर - ठीक आब हम सभ एक बेर बढियां सs रिहर्सल करब। अखैन आधा घंटा समय छै नाटक शुरू हेबा मे।

( डाइरेक्टर कुर्सी तुरसी लगाबैत छथि )

डाइरेक्टर - हाँ आब शुरू भs जाऊ । अपन अपन जगह लिय। राजा अहाँ ओम्हर सs एबय आ रानी अहाँ एम्हर सs । सिपाही अहाँ एतय ठाढ़ रहू । OK..... ready .......start....।
सिपाही - होशियार खबरदार .....महाराज पधारि रहल छथि ।
(राजा तौलिया लपेटने आ एक हाथ सs तौलिया के पकड़ने अबैत छथि। )
राजा - हमर ...हमर ....मुकुट की भेल ?
डाइरेक्टर - ओफ्फोह ....अरे मुकुट बाद मे ताकब पहिने रिहर्सल जल्दी सs कs लिय। फेर अहाँक पूरा मेक अप बाँचले अछि। ओ हाथ हटाऊ तौलिया पर सs ........हटाऊ नै।
राजा - नै हटायब ...तौलिया जओं कहीं खसि परल तs।
डाइरेक्टर - ओफ्फोह हे भगवान। ......OK....OK.... चलु फेर सs आऊ।
सिपाही - होशियार ...........
(राजा आबि कs कुर्सी पर बैसैत छथि )
सिपाही - होशियार खबरदार ...महारानी पधारि रहल छथि ।
( रानी आबि कs दोसर कुर्सी पर बैसैत छथि। )
राजा - रानी आय अहाँ बड सुन्नरि लागि रहल छी।
रानी - महाराज आय अहुँ बड सुन्नरि लागि रहल छी।
( राजा बेचारा तौलिया सम्हारय मे लागल छथि )
भिखमंगाक मम्मी - करहि नै बौआ तों अपन पाठ । जो ....
मुंशिक मम्मी - ईह पहिने हमर बौआ करतय तखैन अहाँक बौआ । जो करही ने....
डाइरेक्टर - ओफ्फोह अहाँ सब तs चुप्प रहू । बहिन जी सब, माता जी सब ...कृपा कैल जाओ ....अहाँ सब कने काल। ओम्हर स्थिर सs बैसू।
भिखमंगाक मम्मी - कियैक यौ ...ओम्हर कियैक बैसू ...हमर बौआ नाटक करत आ हम सब ओतय बैसू। हम तs संगे रहबै।
डाइरेक्टर - की ?
मुंशिक मम्मी - हाँ हमहूँ अपन बौआक सँग रहबै।
डाइरेक्टर - हे भगवान ...इ नाटक भs रहल अछि कि .......आइ हमरा जूता चप्पल परबे करत। बेस आब जे हो। ठीक छै ....ठीक छै.....होऊ रिहर्सल करय जाऊ। हाँ तs किनकर पाठ छै।
(सब चुप्प )
हम पुछय छी जे किनकर पाठ छैन्ह।
( फेर स्क्रिप्ट निकालि कs देखैत छथि।)
राजा अहाँ के बजबाक छल।
राजा - हमरा...?.... हाँ.....हाँ....
डाइरेक्टर - त बाजू नै । चुप्प किया छी।
राजा -( याद करैत ).......बाथरूम.......बाथरूम
डाइरेक्टर - चुप्प ......बाजू अपन पाठ।
राजा - हाँ ...हाँ ...राज नर्तकी ......रानी के नृत्य करबाक आदेश दिय।
डाइरेक्टर - की ? Oh my God....आब हम की करी ? अरे अहाँक की डायलोग अछि आ अहाँ की बाजि रहल छी?
राजा - हम फेर सs बाजैत छी।
रानी राज नर्तकी के ......बाथरूम......
डाइरेक्टर - ओफ्फोह हम बर्वाद भs गेलौं ....ठीक छै ....ठीक छै....रानी अहाँ अपन पाठ बाजू।
रानी - राज नर्तकी नृत्य आरम्भ करू ।
(जहिना नृत्य शुरू होयेत छै, भिखमंगाक प्रवेश )
भिखमंगा - गरीब के......
राजा ........
मंत्री - इ.......इ..... भिखमंगा दरबार मे कतय सs आबि गेलै ......हम पुछै छी इ भिखमंगा दरबार मे कतय सs आबि गेलै।
(एक तरफ सs कतय सs आबि गेलै...........2 )
मंत्री - भिखमंगा तों कतय सs आबि गेलैं।
भिखमंगा - सरकार कलकत्ता सs ।
रानी - की ...? कलकत्ता सs। .....महाराज इ भिखमंगा हमर नैहर सs माने कि अहाँक सासुर सs आयल अछि।
महाराज - भिखमंगा जी अहाँ कि हमर सासुर के छी।
मंत्री - महाराज इ अहाँक सासुर आ नैहर करबाक जगह नै छै । इ अहाँक दरबार छी। भिखमंगा तों कलकत्ता सs एहि ठाम कोना कs एलाँ।
भिखमंगा - टिरेन सs सरकार ...टिरेन सs ।
मंत्री - ट्रेन के टिकट कटेबाक पाई कतs सs एलौ।
भिखमंगा - टिकस किया लेबै सरकार ......हम तs विदाउट टिकस अयलहुं।
राजा - विदाउट टिकट ....? तोहर मजिस्ट्रेट चेकिंग नै भेलौ ।
भिखमंगा - भेलै कि सरकार ...खूब भेलै । मजिस्ट्रेट पुछ्लकै तs हम कहि देलियै हम महाराज के भिखमंगा छी।
मंत्री - की..........? महाराज के भिखमंगा .....महाराज इ भिखमंगा अहाँक नाम लs कs घोर जुलुम केलक अछि। एकरा कठोर सs कठोर सजा भेटबाक चाही।
राजा - हाँ इ तs घोर जुल्म छै।
रानी - कि घोर जुल्म महाराज इ भिखमंगा हमर नैहर के अछि। इ अहाँक नाम कहिये देलक तs की भs गेलै। मुदा हे भिखमंगा जी ..तोरा कहये के छलौ तs कहितैं हम महाराज के सार छी।
भिखमंगा - आगू सs इयैह कहबै सरकार।
मंत्री - की ....? तो अपना के महाराजक सार कहबही।
भिखमंगा - ईह ...एना थोरे कहबै , कहबै ....गरीब लाचार .....इ महाराज के सार के दू पाइ दs दिय।
मंत्री - घोर जुलुम ....घोर जुलुम....महाराज इ नीच भिखमंगा के सजा अवश्य भेटबाक चाही।
राजा - ठीक छौ ...... भिखमंगा तोरा सजा देल जाइत छौ जे तों छौ मास तक भीख नै माँगि सकैत छें।(ताबैत......बाथरूम....बाथरूम )
डाइरेक्टर - चुप्प फेर बाथरूम।
राजा - नै नै ताबैत तोरा राजभवन सs भोजन आ वस्त्र भेटैत रहतौ।
भिखमंगा - एहेन जुलुम नै करियौ सरकार। यदि हम भीख नै मांगब तs खेबय कतय सs। पेट कोना चलत।
रानी - हाँ ..महाराज....यदि इ भीख नै मांगत तs खायत कतै सs ।
महाराज - हाँ से तs ठीके ..यदि भीख नै मांगत तs खायत कतै सs .....2।
(सब एक तरफ सs खायत कतै सs ......2?
( व्यवस्थापक मे स एक व्यक्तिक जलपान लेने प्रवेश )
व्यक्ति - लिय यौ डाइरेक्टर साहेब कलाकार सब के लेल जलपान।
डाइरेक्टर - ठीक छय ऊपर टेबुल पर राखि दियौ ।
(सब कलाकार जलपान दिस बढैत छथि )
एखैन नञ एखैन नञ ....पहिने रिहर्सल फेर जलपान...चलु चलु सब कियो.....हाँ तs हम सब कतय छलौं ....हाँ भिखमंगा के बाजै के छलै ...बाजु भिखमंगा।
भिखमंगा - बाबू ....बाबू...भूख लागल अछि ।
बाबू - जो जा कs खा ले ।
डाइरेक्टर - भाई साहेब इ की कs रहल छी।
बाबुजी - औ जी डाइरेक्टर साहेब हमर बच्चा के भूख लागल छै तs खायत नञ। भूखे पेट अहाँक नाटक कोना करत। (अपने निकालि कs दैत )
खाऊ लिय खाऊ ...भर पेट खाऊ बहुत नाटक करबाक अछि।
डाइरेक्टर - हे भगवान आब हम आत्महत्या कs लेब।
जाऊ अहुँ सब जाऊ।
(सब कलाकार दौड़ति अछि। राजा के डाइरेक्टर पकरि लैत छथि )
डाइरेक्टर - अहाँ कतs। तखैन सs बाथरूम बाथरूम आ आब....?
राजा - हमरा भूख लागल अछि।


लेखक : लल्लन प्रसाद ठाकुर

1 टिप्पणी:

pankaj jha(PK) ने कहा…

lalan prasad thakur ke alawo kiyo maithil lekhak chhaith ki nai, rajnish ji?