पाकिस्तान द्वारा अजमल कसाव को सौंपने की मांग !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 25 अप्रैल 2010

पाकिस्तान द्वारा अजमल कसाव को सौंपने की मांग !!




दक्षेस शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के बीच बैठक को सुगम बनाने के प्रयास के तहत पाकिस्तान ने फरवरी में भारत की ओर से सौंपे गए तीन डोसियरों का रविवार को जवाब दिया और भारत से मुंबई हमले के दौरान पकड़े गए एकमात्र जीवित आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को सौंपने को कहा।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान का कसाब तक पहुंच मुहैया कराए जाने का अनुरोध भारत की ओर से नई दिल्ली में गत 25 फरवरी को विदेश सचिव स्तर की वार्ता के दौरान सौंपे गए तीन डोसियरों के जवाब में शामिल है। उसने भारत से कसाब को सौंपने को कहा ताकि मुंबई हमले में शामिल रहने के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा के आपरेशन कमांडर जकीउर रहमान लखवी और छह अन्य के खिलाफ मुकदम को सुगम बनाया जा सके।

इन लोगों के खिलाफ रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत में मुकदमा चल रहा है। पाकिस्तान का जवाब विदेश कार्यालय के अधिकारियों ने भारत के उप उच्चायुक्त राहुल कुलश्रेष्ठ को रविवार सुबह सौंपा। भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने विदेश कार्यालय द्वारा कुछ सूचना सौंपे जाने की पुष्टि की लेकिन विवरण देने से इंकार कर दिया। अन्य सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने औपचारिक तौर पर भारत से पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधी अदालत द्वारा कसाब और फहीम अंसारी के खिलाफ जारी वारंट पर तामील करने को कहा। भारतीय नागरिक फहीम अंसारी पर मुंबई हमलों के सिलसिले में मुंबई की विशेष अदालत में कसाब के साथ मुकदमा चल रहा है।

सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान कसाब और अंसारी तक पहुंच चाहता है ताकि वे पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत के समक्ष हाजिर हो सकें। यह कानूनी जरूरत है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि पाकिस्तान की इस कार्रवाई का लक्ष्य प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और उनके भारतीय समकक्ष मनमोहन सिंह के बीच भूटान में 28 से 29 अप्रैल को दक्षेस शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात को सुनिश्चित करना लगता है।

दोनों पक्षों ने संकेत दिया है कि द्विपक्षीय बैठक का अभी कार्यक्रम नहीं है लेकिन इस तरह की मुलाकात की संभावना खुली हुई है। पाकिस्तानी पक्ष ने तीन भारतीय अधिकारियों को भी गवाही के लिए पाकिस्तान आने की अनुमति मांगी है ताकि वे गवाही दे सकें कि उन्होंने कसाब का बयान दर्ज किया है। उप उच्चायुक्त कुलश्रेष्ठ को छह डोसियर सौंपे हैं। डोसियर में भारत की ओर से उठाए गए सवालों के पाकिस्तान की ओर से दिए गए जवाब भी शामिल हैं। आंतरिक मंत्री रहमान मलिक ने शनिवार को भारतीय उच्चायुक्त शरत सभरवाल के साथ मुलाकत के दौरान गिरफ्तारी और उसे सौंपे जाने के मुद्दे को उठाया था।
 

कोई टिप्पणी नहीं: