अमेरिकी अधिकारीयों के अनुसार देश में दस लोगों को रूस के लिए जासूसी करते हुए पकड़ा गया है.
इन सभी लोगों पर षडयंत्र करने और विदेशी सरकार के लिए गैर क़ानूनी रुप से जासूसी करने का आरोप लगाया है.
इनमें से आठ लोगों को रविवार को गिरफ़्तार किया गया. ये लोग कथित रुप से अमरीकी ज़मीन पर ‘लम्बे समय के लिए अंडरकवर’ के तौर पर काम कर रहे थे.
दो अन्य लोगों को बाद में गिरफ़्तार किया गया और उन पर भी इसी कार्यक्रम में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. न्याय विभाग के अनुसार एक 11वां संदिग्ध भी है जो फ़रार है.
इनमें से नौ लोगों पर पैसे के हेर फेर का आरोप भी लगा है. जासूसी के आरोप में पाँच साल की सज़ा होती है जबकि पैसे के हेर फेर के आरोप के तहत बीस साल तक की सज़ा हो सकती है.
न्याय विभाग ने एक बयान जारी कर कहा है कि संदिग्ध लोगों को कई सालों की जांच पड़ताल के बाद गिरफ़्तार किया गया है.
अदालत में दाखिल कागज़ातों के मुताबिक इन कथित जासूसों को रुस की विदेशी इंटेलीजेंस सेवा (एसवीआर) ने ट्रेनिंग दी थी और उन्हें अमरीका की नीति निर्धारक हलकों में पैठ बनाकर जानकारी जुटानी थी.
इनमें से कुछ 90 के दशक से ही फर्ज़ी नामों पर अमरीका में रह रहे थे और कंप्यूटर के ज़रिए इंटरनेट पर फोटो और जानकारियां भेजा करते थे.
जांचकर्ताओं के अनुसार इनमें से कुछ जासूस एक वैज्ञानिक के काफ़ी निकट हो चुके थे जो बंकर नष्ट करने वाले बम बनाने की जानकारी रखते हैं. इसके अलावा ये जासूस एक पूर्व गुप्तचर अधिकारी से संपर्क में भी थे.
गिरफ़्तार लोगों में पांच को मैनहट्टन की संघीय अदालत में पेश किया जाएगा. इन सभी को न्यू जर्सी से गिरफ़्तार किया गया था. इन पांच में रिचर्ड और सिंथिया मर्फी पति पत्नी हैं. न्यूयॉर्क में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया था जिनकी पहचान विकी पेलाज़ और जुआन लज़ारो के रुप मे की गई है. इसके अलावा मैनहट्टन में अन्ना चैपमैन को गिरफ़्तार किया गया.
अन्य तीन लोग मिखाइल सेमेनको और एक दंपत्ति माइकल ज़ोट्टोली और पैट्रिसिया मिल्स को अलेक्जेंड्रिया के एक कोर्ट में पेश किया जाएगा. इन्हें अरलिंगटन में गिरफ्तार किया गया.
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