पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की अपनी पुस्तक में तारीफ करने के कारण पिछले साल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बाहर किए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री जसंवत सिंह की गुरुवार को पार्टी में वापसी हो गई।
पार्टी मुख्यालय में जसवंत सिंह की पार्टी में वापसी की घोषणा भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने की। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और खुद जसवंत सिंह मौजूद थे।
इस मौके पर गडकरी ने उनका पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि बीता हुआ कल बीत जाता है। अब वर्तमान में जसंवत सिंह जी हम सभी का मार्गदर्शन करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
जसवंत सिंह ने पार्टी में वापसी के मौके पर आडवाणी, गडकरी और सुषमा का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने खुद मुझे फोन किया था और इसके बाद मैं उनसे मिला था। उस दौरान उन्होंने मुझसे पार्टी में वापसी करने की बात कही। अध्यक्ष जी (गडकरी) भी पिछले दिनों मुझसे मिले और पार्टी में आने के लिए कहा। मैं सभी का आभार प्रकट करना चाहता हूं।
इससे पहले भाजपा प्रवक्ता रामनाथ कोविंद ने बातचीत में स्पष्ट कर दिया था कि आडवाणी और पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी की मौजूदगी में जसंवत सिंह को फिर से पार्टी में शामिल किया जाएगा।
जसवंत ने अपनी पुस्तक 'जिन्ना: इंडिया-पार्टिशन इंडिपेंडेंस' में जिन्ना की तारीफ की थी और इसीलिए बीते साल अगस्त में उन्हें पार्टी के संसदीय बोर्ड ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। वह पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पार्टी मुख्यालय में जसवंत सिंह की पार्टी में वापसी की घोषणा भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने की। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और खुद जसवंत सिंह मौजूद थे।
इस मौके पर गडकरी ने उनका पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि बीता हुआ कल बीत जाता है। अब वर्तमान में जसंवत सिंह जी हम सभी का मार्गदर्शन करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
जसवंत सिंह ने पार्टी में वापसी के मौके पर आडवाणी, गडकरी और सुषमा का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने खुद मुझे फोन किया था और इसके बाद मैं उनसे मिला था। उस दौरान उन्होंने मुझसे पार्टी में वापसी करने की बात कही। अध्यक्ष जी (गडकरी) भी पिछले दिनों मुझसे मिले और पार्टी में आने के लिए कहा। मैं सभी का आभार प्रकट करना चाहता हूं।
इससे पहले भाजपा प्रवक्ता रामनाथ कोविंद ने बातचीत में स्पष्ट कर दिया था कि आडवाणी और पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी की मौजूदगी में जसंवत सिंह को फिर से पार्टी में शामिल किया जाएगा।
जसवंत ने अपनी पुस्तक 'जिन्ना: इंडिया-पार्टिशन इंडिपेंडेंस' में जिन्ना की तारीफ की थी और इसीलिए बीते साल अगस्त में उन्हें पार्टी के संसदीय बोर्ड ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। वह पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
1 टिप्पणी:
लौट के बुधु घर को आये
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