दोहे और उक्तियाँ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 4 अगस्त 2010

दोहे और उक्तियाँ


वस्तुओं के उपयोग में उदार और परोपकारी बनो|
गरीब, बीमार और अभावग्रस्त लोगों की सेवा करो|
उनके ह्रदय में भगवान रहता है| उनकी सेवा करके
तुम ईश्वर की सेवा करोगे| अत: उनके प्रति घ्रिना,
दुर्भाव और ईर्ष्या की भावना मत रखो|

3 टिप्‍पणियां:

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

उत्तम उक्ति

सुज्ञ ने कहा…

वस्तुओं के उपयोग में उदार नहिं कंजूस बनो
ताकि अतिरिक्त सामग्री से परोपकार संभव हो।

सदा ने कहा…

बहुत ही सुन्‍दर प्रस्‍तुति ।