दूसरे दिन के स्कोर दो विकेट पर 128 रन से आगे खेलते हुए सचिन और विजय ने तीसरे दिन पूरी सूझबूझ के साथ पारी को आगे बढ़ाया। इस बीच सचिन और विजय ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए। इसके बाद वह क्षण आया जब सचिन ने क्रिकेट की दुनिया में एक और शिखर छू लिया। सचिन ने नॉथन हॉरिट्ज की गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया। सचिन 105 और विजय 71 रन बनाकर नाबाद थे।
वैसे दूसरे दिन भारतीय टीम ने वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ का विकेट जल्द ही खो दिया था। सहवाग 28 गेंदों पर 30 रन बनाकर आउट हुए थे जबकि द्रविड़ एक रन बनाकर जॉनसन का शिकार बने। इसके बाद सचिन ने विजय के साथ मिलकर टीम को संकट से उबारा। मास्टर ब्लास्टर ने टेस्ट मैचों में अपने 14,000 रन भी पूरे किए। यह मुकाम हासिल करने वाले वह दुनिया के इकलौते बल्लेबाज़ हैं। सीरीज़ में 0-1 से पीछे चल रही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने पहली पारी में 478 रन बनाए। मेहमान टीम की ओर से मार्कस नॉर्थ ने 128 रनों की पारी खेली। मेहमान टीम की ओर से पहले दिन कप्तान रिकी पोंटिंग ने 77 और सलामी बल्लेबाज़ ने 57 रनों की पारी खेली थी। इनके अलावा साइमन कैटिच ने भी 43 रन बनाए थे।
भारत की ओर से हरभजन ने 148 रन खर्च करके चार और ओझा ने 120 रन देकर तीन विकेट चटकाए। इनके अलावा ज़हीर खान और सुरेश रैना ने एक-एक विकेट लिए। इस मैच में ईशांत शर्मा के स्थान पर टीम में शामिल किए गए शांताकुमारन श्रीसंत को कोई सफलता नहीं मिली। यह मुकाबला दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आखिरी मैच है। मोहाली में खेले गए पहले मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट से हरा दिया था।

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