नीतीश के इस बयान पर लालू भी चुप नहीं रहे। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश वो डॉक्टर हैं, जो बिहार का इलाज करने में लगे हुए हैं और हर जगह दवाओं से रिएक्शन हो रहा है। यही नहीं लालू ने तो यहां तक कह दिया कि अगर नीतीश घुंघरू बांध कर नाचें तो मैं तबला बजाने को तैयार हूं। लालू ने कहा कि नीतीश विकास रूपी हवाई किले बना रहे हैं। अगर विकास हुआ है तो दिखना भी तो चाहिए।
खैर जो भी हो, बिहार चुनाव में चल रही यह जंग चुनाव के परिणाम आने के बाद ही समाप्त होगी। हां यह जरूर कह सकते हैं, कि सत्ता पर काबिज होने के लिए हर पार्टी एक दूसरे को नीचा दिखाने की पुरजोर कोशिश में हैं, जिनमें ये दो महारथी भी शामिल हैं।

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