बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुणजेटली ने प्रधानमंत्री को ललकारते हुए खुली बहस की चुनौती दी है।मसला केंद्रीय मदद का है। दोनों नेताओं ने पीएम के बयान परआपत्ति जताई है। नीतीश व जेटली ने कहा, ‘शनिवार को टिप्पणी कीगई कि बिहार में केंद्र से मिलने वाले धन का सही ढंग से इस्तेमाल नहींहो रहा है। हम कहना चाहते हैं कि केंद्र जो धन जुटाती है, वहकरदाताओं का पैसा है। यह कांग्रेस की संपत्ति नहीं है। प्रधानमंत्री कोइस मामले में हिट एंड रन का हथकंडा अपनाने के बजाय खुली बहसकरनी चाहिए।’
नीतीश ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री और देश के नेता के रूप में मनमोहन सिंह का सम्मान करता हूं।यह बात अलग है कि प्रधानमंत्री किसी अन्य (सोनिया गांधी) को अपना नेता मानते हैं।’ जेटली ने कहा कि बिहारके साथ नाइंसाफी हो रही है। प्रधानमंत्री को राजनेता के बजाय अर्थशास्त्री के रूप में बिहार का आकलन करनाचाहिए था। प्रधानमंत्री ने शनिवार को बिहार में एक चुनावी सभा में कहा था कि नीतीश सरकार केंद्र की योजनाओंको लागू करने में विफल रही है। इससे योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच रहा है।
1 टिप्पणी:
वैसे नितीश कुमार जी की छवी मनमोहन सिंह जी के मुकाबले कहीं भी कम नहीं है ...यह अलग बात है की पारदर्शिता के मामले में बिहार में नितीश कुमार जी को अभी बहुत कुछ करना होगा ....
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