नीतीश की चुनौती स्वीकार्य :- कांग्रेस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 18 अक्टूबर 2010

नीतीश की चुनौती स्वीकार्य :- कांग्रेस

केंद्रीय सहायता के उपयोग पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दी गई खुली बहस की चुनौती को कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है। उसने सोमवार को कहा कि पार्टी इसका मुंहतो़ड जवाब देने को तैयार है।

कांग्रेस के बिहार मामलों के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक ने यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में कहा, बिहार में केंद्रीय सहायता के उपयोग पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जो खुली चुनौती दी गई है, हम इसे स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बिहार की आवाम के समक्ष बिहार की हकीकत को पेश करने की कोशिश की है। आधे से अधिक बिहार में बिजली नहीं पहुंची है।

उन्होंने नीतीश कुमार को चुनौतीभरे लहजे में कहा, आइए मैदान में, स्थान और तारीख तय कीजिए, हम बहस के लिए तैयार हैं। दूध का दूध पानी हो जाएगा। आप बिहार में पाचं सत्ता में रहने से अहंकार में आ गए हैं। बिहार में राजग के पहले की सरकार ने प्रदेश में भ्रष्टाचार का केंद्रीकरण किया था, लेकिन नीतीश कुमार की सरकार ने यहां भ्रष्टाचार का विदेंद्रीकरण कर दिया है। उन्होंने कहा कि राजग और कांग्रेस की तुलना कभी हो नहीं सकती। प्रधानमंत्री पर गलतबयानी के आरोप झूठे हैं। उन्होंने यहां जनता के सामने हकीकत पेश करने का काम किया है।

कोई टिप्पणी नहीं: