महंगाई बढ़ी, पैसे की क़ीमत घटी और चवन्नी-अठन्नी हमारे-आपके हाथों में कम ही दिखने लगे. लेकिन छह महीने बाद चवन्नी शायद संग्रहालयों की ही शोभा बढ़ाएगी. वित्त मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा है कि 30 जून से चवन्नी का चलन बंद हो जाएगा. उसके बाद बाज़ार में सबसे कम मूल्य का चलने वाला सिक्का होगा अठन्नी यानी 50 पैसा.
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि छह महीने बाद 25 पैसे की कोई चीज़ भी नहीं मिलेगी. और तो और सवा का भी मामला ख़त्म हो जाएगा यानी सवा रुपए या सवा दो रुपए की चीज़ें भी नहीं मिलेंगी, इनके बदले डेढ़ या फिर सीधे दो या तीन रुपए का हिसाब-किताब होगा. इसके साथ ही खाते की लिखा-पढ़ी, उत्पादों की क़ीमतें, सेवाओं और कर के मामले में भी चवन्नी ग़ायब हो जाएगी. इन्हें या तो 50 पैसे या फिर सीधे एक रुपए के हिसाब से दर्ज किया जाएगा. चवन्नी की वापसी की प्रक्रिया के संबंध में रिज़र्व बैंक अलग से अधिसूचना जारी करेगा.
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