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गुरुवार, 6 जनवरी 2011

गुर्जरों ने आन्दोलन समाप्त किया.

राजस्थान में 17 दिन से जारी गुर्जर आंदोलन खत्म हो गया है. गुर्जर समुदाय सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन पर था. बुधवार रात सरकार से समझौता होने के बाद आंदोलन वापस ले लिया गया.

खबरों के मुताबिक सरकार ने गुर्जर को आश्वासन दिया है कि छह महीने के भीतर आरक्षण देने के लिए जरूरी आंकड़े जुटा लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्रियों की समिति से बातचीत के बाद गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने बताया, "मैंने आंदोलन समाप्ति का एलान कर दिया है. सरकार ने जो पेशकश की है, उससे मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं."

बैंसला सरकार की इस पेशकश से संतुष्ट हुए कि सरकार छह महीने में आंकड़े जुटाएगी और कुल नौकरियों का चार फीसदी बैक लॉग रखेगी. इस बारे में समझौते पर दस्तखत के बाद बैंसला ने कहा, "सरकार ने वादा किया है कि छह महीने के अंदर डाटा तैयार हो जाएगा. तब तक एक फीसदी आरक्षण जारी रहेगा और चार फीसदी बैक लॉग रखा जाएगा. छात्रों के लिए भी काफी सुविधाएं देने का वादा किया गया है."

गुर्जर आंदोलन 20 दिसंबर से शुरू हुआ. तब से दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पूरी तरह बंद रहा क्योंकि आंदोलनकारियों ने रास्ता रोक रखा था. आंदोलनकारी भरतपुर के पिलुकापुरा में मुंबई दिल्ली रेलमार्ग पर बैठे थे. दौसा में उन्होंने जयपुर आगरा नेशनल हाईवे को बंद कर दिया था. कई अन्य महत्वपूर्ण रास्तों को भी बंद कर दिया गया था. इस वजह से उद्योगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. आम यात्रियों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.

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