मुंबई में आयोजित कैस्ट्रॉल पुरस्कार समारोह के मौके पर सचिन तेंदुलकर ने उन आलोचकों को आड़े हाथों लिया जिन्होंने साल भर पहले भारत की नंबर एक रैंकिंग बरकरार रखने की क्षमता पर सवाल उठायेथे. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम अब भी शीर्ष पर है जिससे उसकी क्षमता का पता चलता है.
तेंदुलकर ने कहा, 'जब हमने टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष रैंकिंग हासिल की तो कई लोगों को लगा कि हम 30.40 दिन तक चोटी पर रहेंगे.जब हमने दक्षिण अफ्रीका से नागपुर में पहला टेस्ट गंवाया तो सुनने में आया कि हम नंबर एक का स्थान गंवा देंगे.’ उन्होंने यहां कैस्ट्रोल पुरस्कार समारोह में कहा, 'लेकिन एक साल से भी अधिक समय हो गया है और हम अब भी नंबर एक हैं. प्रतिस्पर्धा के इस जमाने में यह उपलब्धि बेजोड़ है.’
तेंदुलकर को इन पुरस्कारों में तीन पुरस्कार ‘वर्ष का भारतीय क्रिकेटर, वर्ष का टेस्ट क्रिकेटर और 50 टेस्ट शतक पूरे करने पर विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि टीम ने चोटी पर पहुंचने के लिये कई चुनौतियों का सामना किया. उन्होंने कोच गैरी कस्र्टन की भी जमकर तारीफ की.
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय क्रिकेटर, हरभजन सिंह को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज और जयदेव उनादकट को वर्ष का जूनियर क्रिकेटर का पुरस्कार मिला. राहुल द्रविड़ को टेस्ट मैचों में 200 कैच लेने के लिये विशेष पुरस्कार दिया गया जबकि यूसुफ पठान को प्रभावशाली बल्लेबाजी के लिये पुरस्कृत किया गया.
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