पूरी के एक मठ से चांदी की ईंटें मिलीं. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 27 फ़रवरी 2011

पूरी के एक मठ से चांदी की ईंटें मिलीं.


उड़ीसा के धार्मिक शहर पूरी में एक सात सदी पुराने मठ से चांदी की 522 ईंटे मिली हैंबरामद हुई ईंटों का वज़न 18.87 टन है और बाज़ार में इसकी क़ीमत क़रीब 90 करोड़ रुपए है.
चार बड़े संदूक़ों में बंद ये ईंटें पूरी के विश्व विख्यात जगन्नाथ मंदिर के ठीक सामने स्थित एमार मठ के एक बंद कमरे में से मिली, जिसमे न दरवाज़े थे न झरोखे. पूरी के एस पी संजय कुमार ने कहा, " चांदी की ये ईंटें कम से कम एक सदी पुरानी लगती हैं. एक ईंट का वज़न 38-40 किलो है और कई ईंटों पर सन फ्रांसिस्को, शंघाई और कलकत्ता खुदे हुए हैं. हमने इस बारे में पुरातत्व विभाग को सूचना दे दी है. उनके विशेषज्ञों द्वारा इन ईंटों कि जांच के बाद ही उनकी प्राचीनता के बारे में सही तथ्य पता चलेगा.
चांदी के इस भंडार के बारे में मठ के महंत को भी कुछ पता नहीं था. मठ के महंत रामानुज का कहना है "मुझसे पहले वाले महंत श्रीनिवास रामानुजदास ने मुझे एक गुप्त धन के बारे में बताया तो था; लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया था कि वो धन कहाँ है". यह पूछे जाने पर कि अब वे क्या करेंगे, महंत ने कहा; "इसे मठ को वापस देने के लिए हम अदालत से प्रार्थना करेंगे."
उड़ीसा के एन्डाउमेंट कमिश्नर चक्रधर कर ने कहा है कि इन ईंटों के मालिकाना हक़ के बारे में जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के साथ सलाह मशवरे के बाद तय किया जाएगा. जगन्नाथ मंदिर के ठीक सामने स्थित यह मठ मंदिर की रीति रिवाज और नीतियों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अलावा रथ यात्रा के दौरान सभी टीवी चैनल के कैमरे इसी मठ के छत पर लगाए जाते हैं. चांदी की ईंटों के इस भंडार के बारे में कैसे पता चला, यह कोई कम दिलचस्प कहानी नहीं है.
शुक्रवार को स्थानीय लोगों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर पुलिस ने ढेंकानाल जिले के कुत्तम गाँव के दो लोगों को चांदी की दो ईंट बेचने की कोशिश करते हुए पकड़ा. उनसे पूछ ताछ के दौरान ही पता चला कि यह ईंटें पूरी के एमार मठ से चुराई गई थीं. पकड़े गए दोनों लोग, बरुन बराल और अक्षय दास, को पूरी जिला में चंदनपुर के एक ठेकेदार ने डेढ़ महीने पहले मठ के अन्दर मरम्मत के काम के लिए नियुक्त किया था.
बराल ने पुलिस को बताया कि मरम्मत के काम के दौरान छत से सिमेंट का एक टुकड़ा उस अंधेरे कमरे में रखे लकड़ी के संदूक पर जा गिरा. बराल ने कहा; "मिस्त्री ने मुझे नीचे जाकर देखने को कहा. जब मैंने उस संदूक़ का जायज़ा लिया, तब पता चला कि उसमे चांदी की ईंटें हैं. मिस्त्री ने सभी मज़दूरों को दो दो ईंट दिए और तुरंत वहां से चले जाने के लिए कहा." बरुन और अक्षय के पास से पुलिस ने लगभग एक लाख रुपए भी बरामद किए, जो उन्होंने अपने अपने हिस्से की कुछ ईंटों को बेचकर कमाए थे. बरामद की गई सभी ईंटे अब भी मठ के सामने पुलिस कि निगरानी में रखी हैं.
  


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