इंडियन एयरलाइंस और उसकी सहायक कंपनी अलायंस एयर शनिवार मध्यरात्रि से इतिहास बन जाएगी, क्योंकि राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया अब अपनी सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन एक कोड एआई से करेगी।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि अब सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लगभग सौ उड़ानों का परिचालन एआई कोड के तहत होगा। ऐसे में शनिवार मध्यरात्रि से आईसी कोड इतिहास हो जाएगा। प्रवक्ता ने बताया कि 27 फरवरी को 0001 बजे से उड़ान भरने वाली सभी उड़ानों पर एआई उड़ान संख्या होगी।
वर्ष 2007 में घरेलू विमान कंपनियों इंडियन एयरलाइंस और उसकी सहायक अलायंस एयर का एयर इंडिया में विलय हो गया था। जिसके बाद कारपोरेट इकाई नेशनल एविएशन कंपनी आफ इंडिया (नासिल) का गठन हुआ था। विलय के बाद भी एयर इंडिया घरेलू उड़ानों का परिचालन इंडियन एयरलाइंस के आईसी कोड और अलायंस एयर के सीडी कोड के साथ कर रही थी। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन एआई कोड के साथ हो रहा था।
एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरविंद जाधव ने कहा कि मुझे खुशी है कि हम एक हैं। यह एतिहासिक क्षण होगा, शनिवार रात एक कोड के तहत परिचालन के साथ ही हमारी देश की एकमात्र राष्ट्रीय विमान कंपनी बनने का संकल्प पूरा हो जाएगा।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि अब सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लगभग सौ उड़ानों का परिचालन एआई कोड के तहत होगा। ऐसे में शनिवार मध्यरात्रि से आईसी कोड इतिहास हो जाएगा। प्रवक्ता ने बताया कि 27 फरवरी को 0001 बजे से उड़ान भरने वाली सभी उड़ानों पर एआई उड़ान संख्या होगी।
वर्ष 2007 में घरेलू विमान कंपनियों इंडियन एयरलाइंस और उसकी सहायक अलायंस एयर का एयर इंडिया में विलय हो गया था। जिसके बाद कारपोरेट इकाई नेशनल एविएशन कंपनी आफ इंडिया (नासिल) का गठन हुआ था। विलय के बाद भी एयर इंडिया घरेलू उड़ानों का परिचालन इंडियन एयरलाइंस के आईसी कोड और अलायंस एयर के सीडी कोड के साथ कर रही थी। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन एआई कोड के साथ हो रहा था।
एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरविंद जाधव ने कहा कि मुझे खुशी है कि हम एक हैं। यह एतिहासिक क्षण होगा, शनिवार रात एक कोड के तहत परिचालन के साथ ही हमारी देश की एकमात्र राष्ट्रीय विमान कंपनी बनने का संकल्प पूरा हो जाएगा।
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