बाबा रामदेव द्वारा रविवार को दिल्ली में की गई बड़ी रैली के राजनीतिक असर दिखाई दे रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने योग गुरु का समर्थन किया है। लेकिन कांग्रेस ने फिर एक बार बाबा पर हमला बोलते हुए कहा कि वे अध्यात्म से भटक कर सस्ती राजनीति कर रहे हैं और भगवाधारी साधुओं को धर्म और राजनीति में घालमेल नहीं करना चाहिए। बाबा ने रामलीला मैदान पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आयोजित रैली में कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि देश में 99 फीसदी भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
कांग्रेस के कुछ नेताओं और बाबा रामदेव के बीच काफी जुबानी जंग हो चुकी है। बाबा की रविवार को हुई रैली ने राजनीतिक माहौल फिर गर्मा दिया है। समाजवादी पार्टी ने बाबा रामदेव को समर्थन देने का ऐलान किया है। सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी स्वामी रामदेव सहित उन सभी लोगों का समर्थन करती है जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं। स्वामी रामदेव घोषणा कर चुके हैं कि वे उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले अपनी पार्टी की घोषणा कर देंगे। पूरी उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि वे विधानसभा चुनावों में अपने प्रत्याशी भी उतारें। इस कारण, समाजवादी पार्टी का यह ऐलान मायने रखता है।
कांग्रेस ने फिर एक बार बाबा रामदेव पर हमला बोला। बाबा रामदेव की दिल्ली की रैली के बाद पार्टी प्रवक्ता अभिषेक संघवी ने कहा कि बाबा अध्यात्म के मार्ग से भटक कर सस्ती राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवाधारियों को समाज में उनकी प्रतिष्ठा का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवाधारी व्यक्तियों को सोच समझ कर निर्णय लेना चाहिए, क्योंकि उसका समाज पर व्यापक असर पड़ता है। बाबा रामदेव ने फिर एक बार देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार माना है। उन्होंने रविवार को रैली में कहा कि वर्तमान यूपीए सरकार सबसे भ्रष्ट है और चूंकि देश में सबसे ज्यादा कांग्रेस ने शासन किया है, देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए वही जिम्मेदार है। बाबा रामदेव की रैली में मंच पर बीजेपी सांसद राम जेठमलानी, बलबीर पुंज और पूर्व बीजेपी महासचिव गोविंदाचार्य के अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी भी उपस्थित थीं। बाबा ने बाद में राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इसमें विदेश में जमा भारतीयों का 30 लाख करोड़ रुपये का काला धन वापस लाने के लिए पहल करने की गुजारिश की गई। इस ज्ञापन में लाखों लोगों के दस्तखत किए हैं।
कांग्रेस के कुछ नेताओं और बाबा रामदेव के बीच काफी जुबानी जंग हो चुकी है। बाबा की रविवार को हुई रैली ने राजनीतिक माहौल फिर गर्मा दिया है। समाजवादी पार्टी ने बाबा रामदेव को समर्थन देने का ऐलान किया है। सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी स्वामी रामदेव सहित उन सभी लोगों का समर्थन करती है जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं। स्वामी रामदेव घोषणा कर चुके हैं कि वे उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले अपनी पार्टी की घोषणा कर देंगे। पूरी उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि वे विधानसभा चुनावों में अपने प्रत्याशी भी उतारें। इस कारण, समाजवादी पार्टी का यह ऐलान मायने रखता है।
कांग्रेस ने फिर एक बार बाबा रामदेव पर हमला बोला। बाबा रामदेव की दिल्ली की रैली के बाद पार्टी प्रवक्ता अभिषेक संघवी ने कहा कि बाबा अध्यात्म के मार्ग से भटक कर सस्ती राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवाधारियों को समाज में उनकी प्रतिष्ठा का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवाधारी व्यक्तियों को सोच समझ कर निर्णय लेना चाहिए, क्योंकि उसका समाज पर व्यापक असर पड़ता है। बाबा रामदेव ने फिर एक बार देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार माना है। उन्होंने रविवार को रैली में कहा कि वर्तमान यूपीए सरकार सबसे भ्रष्ट है और चूंकि देश में सबसे ज्यादा कांग्रेस ने शासन किया है, देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए वही जिम्मेदार है। बाबा रामदेव की रैली में मंच पर बीजेपी सांसद राम जेठमलानी, बलबीर पुंज और पूर्व बीजेपी महासचिव गोविंदाचार्य के अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी भी उपस्थित थीं। बाबा ने बाद में राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इसमें विदेश में जमा भारतीयों का 30 लाख करोड़ रुपये का काला धन वापस लाने के लिए पहल करने की गुजारिश की गई। इस ज्ञापन में लाखों लोगों के दस्तखत किए हैं।
1 टिप्पणी:
अमर सिंह नहीं है तो अब बाबा ही मुलायम सिंहजी की नाव पार उतारेंगे.
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