
गरीब बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलवाने के लिए चर्चित सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार को दोहा में 'एक्सीलेंस इन एज्युकेशन 2011' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान 'इंडियन एसोसिएशन फॉर बिहार एंड झारखण्ड' और बिहार फाउंडेशन की दोहा शाखा द्वारा सम्मिलित रूप से बिहार की स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर अगले 13 मई को आयोजित एक कार्यक्रम में दिया जाएगा।
बिहार फाउंडेशन की स्थापना बिहार सरकार के प्रयास एवं सहयोग से वर्ष 2008 में हुई थी। विश्व में इस फाउंडेशन की कुल सात शाखाएं हैं। आयोजन समिति के प्रमुख शकील ककवी ने मंगलवार को बताया कि आनंद को सम्मानित करके उन्हें बेहद खुशी होगी। उन्होंने कहा कि आनंद को पूरे विश्व में युवाओं के रोल मॉडल के रूप में देखा जा रहा है, जो बिहार के लिए गर्व की बात है।
इस सम्बंध में आनंद कहते हैं कि वास्तव में इस सम्मान की हकदार उनकी पूरी टीम और वे सभी बच्चे हैं जो सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि पूरी दुनिया में अगर कोई पढ़ना चाहता है तो पैसे के कारण उसकी पढ़ाई ना रुके। इससे पहले 'टाइम' पत्रिका ने सुपर-30 को 'द बेस्ट ऑफ एशिया 2010' बताया था वहीं न्यूज वीक ने सुपर-30 को दुनिया के सबसे चार प्रयोगधर्मी स्कूलों की सूची में शामिल किया था। इसके अलावा भी आनंद को कई सम्मान मिल चुके हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें