अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के हेलीकॉप्टर का 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पता नहीं चल सका है। भारतीय वायु सेना, आर्मी, एसएसबी और आईटीबीपी की मदद से मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की तलाश में जुटे हैं। हालांकि खराब मौसम की वजह से तलाशी अभियान में दिक्कत आ रही है। शिलांग में एयरफोर्स के पूर्वी कमान मुख्यालय में वायुसेना के प्रवक्ता रंजीब साहू के मुताबिक दो एमआई 17 और दो चीता हेलीकॉप्टरों को सीएम के लापता हेलीकॉप्टर का पता लगाने के लिए अभियान में लगाया गया है। खराब मौसम की वजह से तलाशी अभियान का काम शनिवार को रोकना पड़ा था।
साहू ने कहा कि राहत टीमें अरुणाचल से सटते पड़ोसी देश भूटान के हवाई इलाकों में भी तलाशी अभियान चलाएगी क्योंकि कल ऐसी खबर आई थी कि मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर पड़ोसी देश में उतारा गया है। भूटान के सैनिक भी हेलीकॉप्टर की तलाश में जमीनी अभियान में जुट गए हैं।
केंद्र सरकार भी इस मसले पर भूटान की सरकार से लगातार संपर्क में है। प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह के निर्देश पर केंद्र सरकार के दो मंत्री मुकुल वासनिक और वी नारायणस्वामी आज ईटानगर पहुंच रहे हैं जो तलाशी अभियान का जायजा लेंगे। विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने आज भूटान के प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बात कर उनके देश की सीमा में भारतीय सेना के तलाशी अभियान की इजाजत मांगी। जिस पर भूटान के पीएम ने लापता हेलीकॉप्टर की तलाशी में हरसंभवन मदद का आश्वासन दिया।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और 4 अन्य लोगों को लेकर शनिवार सुबह करीब 10 बजे पवनहंस का ए350-बी3 हेलीकॉप्टर तवांग से ईटानगर के लिए उड़ा था। पर तुरंत ही यह लापता हो गया। इसे 11.30 बजे लैंड करना था, लेकिन करीब 2.30 बजे खबर दी गई कि हेलीकॉप्टर की तवांग के पास, भूटानी सीमा में सुरक्षित आपात लैंडिंग हुई है। मुख्यमंत्री के साथ कैप्टन जे एस बब्बर, कैप्टन टी एस मामिक, खांडू के सिक्योरिटी अफसर येशी छोढक और येशी लहमू शामिल थे। येशी तवांग के विधायक की बहन हैं। हेलीकॉप्टर को 11:30 बजे ईटानगर पहुंचना था, लेकिन खबर आई कि मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर लापता है।
रात में अंधेरे और खराब मौसम के कारण सर्च ऑपरेशन जारी नहीं रखा जा सका, हालांकि जमीनी अभियान रात भर चलता रहा। इसरो भी सेटेलाइट से खींची गईं तस्वीरों के माध्यम से मुख्यंमत्री के हेलीकॉप्टर की खोज कर रहा है।
साहू ने कहा कि राहत टीमें अरुणाचल से सटते पड़ोसी देश भूटान के हवाई इलाकों में भी तलाशी अभियान चलाएगी क्योंकि कल ऐसी खबर आई थी कि मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर पड़ोसी देश में उतारा गया है। भूटान के सैनिक भी हेलीकॉप्टर की तलाश में जमीनी अभियान में जुट गए हैं।
केंद्र सरकार भी इस मसले पर भूटान की सरकार से लगातार संपर्क में है। प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह के निर्देश पर केंद्र सरकार के दो मंत्री मुकुल वासनिक और वी नारायणस्वामी आज ईटानगर पहुंच रहे हैं जो तलाशी अभियान का जायजा लेंगे। विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने आज भूटान के प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बात कर उनके देश की सीमा में भारतीय सेना के तलाशी अभियान की इजाजत मांगी। जिस पर भूटान के पीएम ने लापता हेलीकॉप्टर की तलाशी में हरसंभवन मदद का आश्वासन दिया।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और 4 अन्य लोगों को लेकर शनिवार सुबह करीब 10 बजे पवनहंस का ए350-बी3 हेलीकॉप्टर तवांग से ईटानगर के लिए उड़ा था। पर तुरंत ही यह लापता हो गया। इसे 11.30 बजे लैंड करना था, लेकिन करीब 2.30 बजे खबर दी गई कि हेलीकॉप्टर की तवांग के पास, भूटानी सीमा में सुरक्षित आपात लैंडिंग हुई है। मुख्यमंत्री के साथ कैप्टन जे एस बब्बर, कैप्टन टी एस मामिक, खांडू के सिक्योरिटी अफसर येशी छोढक और येशी लहमू शामिल थे। येशी तवांग के विधायक की बहन हैं। हेलीकॉप्टर को 11:30 बजे ईटानगर पहुंचना था, लेकिन खबर आई कि मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर लापता है।
रात में अंधेरे और खराब मौसम के कारण सर्च ऑपरेशन जारी नहीं रखा जा सका, हालांकि जमीनी अभियान रात भर चलता रहा। इसरो भी सेटेलाइट से खींची गईं तस्वीरों के माध्यम से मुख्यंमत्री के हेलीकॉप्टर की खोज कर रहा है।
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