अफ्रीकी महादेश में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अफ्रीकी नेताओं के साथ अपने दूसरे सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को इथोपिया पहुंचेंगे। सम्मेलन में विकास केंद्रित साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए मदद, व्यापार छूट और अफ्रीका में प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना के सम्बंध में घोषणाएं की जा सकती हैं। प्रधानमंत्री मंगलवार से शुरू होने जा रहे भारत-अफ्रीका फोरम सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इसके चलते अगला सप्ताह कूटनीतिक गहमा-गहमी से भरपूर हो सकता है लेकिन वह अफ्रीकी देशों के करीब छह नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
प्रधानमंत्री 26मई को तंजानिया जाएंगे। तंजानिया में भारतीय मूल के 40,000लोग रहते हैं और किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पिछले 14 साल में वहां का पहला दौरा होगा। अफ्रीका में प्रधानमंत्री के दो देशों के इस दौरे में विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा, प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव टी. के. ए. नायर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन भी उनके शिष्टमंडल में शामिल होंगे।
अफ्रीकी महाद्वीप के देश पांच से छह प्रतिशत की औसत विकास दर के साथ विकास कर रहे हैं और यहां करीब 50 करोड़ मध्यवगीर्य उपभोक्ता मौजूद हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इक्वेटोरियल गिनी के राष्ट्रपति और अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष तेओदोरो ओबियांग ग्यूमा मबासोगो के साथ 24-25 मई को भारत-अफ्रीका फोरम सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन में 15 अफ्रीकी देशों के नेता हिस्सा लेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें