बिहार की हकीकत ना बिहारी को पता है ना बिहार से बाहरी को, जातिगत तोड़-फोड़ और दबंगों के साथ अपराधियों के सांठ गांठ की परिणति है नीतीश सरकार. जी ये मैं नही कहता बल्कि बिहार में होने वाली घटना और मीडिया से नदारद घटना के साथ साथ नीतीश प्रशंसा के बेसुरे राग को अलापती मीडिया अपने आप में बहुत कुछ कह जाती है.
वैशाली में खाप पंचायत की तरह जन अदालत लगा कर महिला को डायन बताया जाता है और सजा निर्धारित कर दी जाती है, पुलिस की चुप्पी दबंगों की दबंगई पर मुहर लगाती है जहाँ नीतीश की सहमति आवश्यक होती है.
मतलब साफ़ है कि जातिगत आधार पर दलितों को तोड़ने वाले नीतीश सरकार कि दबंगई का खामियाजा आम लोगों को भुगतना होगा. पूरी खबर विस्तार से वीडियो पर देख सकते हैं
साभार :- महुआ टी वी
1 टिप्पणी:
mana ki yeh ghatna sahi hai,parantu nitish g ki sahmati kadapi nahi hoo sakti.aaryawart wale pagal ho gai hai.mujhe is dainiki se yeh ummeid nahi the.inhe paper me chapne k liye masala chiyea.
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