पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव अनवरपुर में 9 वर्षीय मासूम बच्ची को दुष्कर्म के बाद जिंदा जला दिया । लगभग 80 प्रतिशत झुलस चुकी बच्ची को गंभीर हालत में दिल्ली के लिए रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी पिलखुवा पहुंच गए। पुलिस फिलहाल बलात्कार से इनकार करते हुए जांच की बात कह रही है। एसएसपी रघुबीर लाल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने शक के आधार पर एक आरोपी को हिरासत में ले लिया।
गांव अनवरपुर निवासी निमेश (बदला नाम) मेडिकल कॉलेज में वार्ड ब्वाय के रूप में तैनात है। शनिवार सुबह वह अस्पताल चला गया। उसकी पत्नी प्रिया (बदला नाम) भी काम से खेतों पर चली गई। घर में उसकी 9 वर्षीय बेटी रेखा (बदला नाम) व उसका नवीन (5)(बदला नाम) और मुकेश(३)(बदला नाम) बेटा मौजूद थे। दोपहर आस पड़ोस के लोगों को रेखा के चीखने की आवाज सुनाई दी। मोहल्ले के लोग निमेश के मकान में पहुंचे तो उनके रोंगटे खड़े हो गए। रेखा आग की लपटों में घिरी चीखती इधर-उधर भाग रही थी। ग्रामीणों ने रेखा पर पानी, मिट्टी व कपड़े डालकर आग बुझाई| तब तक रेखा के शरीर का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका था। आनन फानन में ग्रामीणों ने उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के दौरान बलात्कार की आशंका जताते हुए उसे दिल्ली रेफर कर दिया। उपचार के दौरान शाम रेखा ने दम तोड़ दिया।
चिकित्सकों के अनुसार प्रथम दृष्ट्या दुष्कर्म कर बच्ची को आग के हवाले कर दिया गया। इस घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। एसएसपी रघुबीर लाल ने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही चल सकेगा। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
सुमित गुप्ता
(गाज़ियाबाद)
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