लखनऊ जेल में संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए उप मुख्य चिकित्साधिकारी (डिप्टी सीएमओ) वाईएस सचान के मामले में पुलिस ने वारदात के चार दिन बाद रविवार को आखिरकार हत्या और साजिश का मुकदमा दर्ज किया।
लखनऊ के गोसाईंगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और साजिश करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी संजय पांडे ने बताया, ‘सचान की पत्नी मालती सचान के शिकायती पत्र को आधार बनाकर रविवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।’
मालती सचान ने राज्य के पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव (गृह) के साथ-साथ लखनऊ के पुलिस उप-महानिरीक्षक को प्रार्थना पत्र भेजकर हत्यारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। स्पीड पोस्ट से भेजे गए प्रार्थना पत्र में मालती ने कहा था कि मौत की परिस्थितियां और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ है कि यह हत्या का मामला है, इसलिए हत्या का मुकदमा दर्ज कर इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। सचान का शव बुधवार देर शाम लखनऊ जेल परिसर में अस्पताल के निर्माणाधीन शौचालय में बेल्ट से लटका मिला था। उन पर परिवार कल्याण विभाग में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना (एनआरएचएम) के तहत हुई वित्तीय धांधली और दो सीएमओ की हत्या की साजिश करने का आरोप था। इसी सिलसिले में वह पिछले कुछ महीने से जेल में बंद थे। राज्य सरकार ने प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला बताया था।
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